कोटखाई मामले में IG-DSP समेत 8 पुलिसकर्मी सस्पैंड

Thursday, Aug 31, 2017 - 11:37 PM (IST)

शिमला: कोटखाई मामले में हिमाचल प्रदेश के 1994 बैच के आई.पी.एस. आई.जी. रैंक के अधिकारी जैड.एच. जैदी, ठियोग के डी.एस.पी. मनोज जोशी सहित 8 पुलिस वाले सस्पैंड हो गए हैं। अब जल्द ही इनके खिलाफ डिपार्टमैंटल इन्क्वायरी चलेगी। सस्पैंशन वाले केसों में यह इन्क्वायरी जरूरी होती है। अराजपत्रित अधिकारियों के खिलाफ सस्पैंशन की कार्रवाई की औपचारिकताएं गृह विभाग और अराजपत्रित कर्मचारियों के मामले में एस.पी. शिमला पूरी करेंगी। नियमों के अनुसार 46 घंटे से ज्यादा पुलिस कस्टडी में रहने पर अधिकारियों, कर्मियों को डीम्ड सस्पैंड माना जाता है। 8 पुलिस वालों के मामले में सी.बी.आई. ने गिरफ्तारी की सूचना राज्य सरकार को दे दी है। यह सूचना गृह विभाग के पास बुधवार को पहुंच गई थी। इसके आधार पर सरकार आई.जी. व डी.एस.पी. को सस्पैंड करने के औपचारिक आदेश शुक्रवार को जारी करेगी लेकिन ये सस्पैंड वीरवार से ही माने जाएंगे। गृह विभाग के एक अधिकारी ने इसकी पुष्टि की है। 

6 पुलिस कर्मियों के बारे में एस.पी. शिमला लेंगी लीगन ओपीनियन
उधर, 6 पुलिस कर्मियों के बारे में शिमला की एस.पी. सौम्या लीगल ओपीनियन लेंगी। उनका कहना है कि सी.बी.आई. के हाथों गिरफ्तारी का पहला मामला सामने आया है। इस बारे सस्पैंशन की पावर उन्हें है या सरकार को, इसे वैरीफाई किया जाएगा। जो भी नियमों में प्रावधान होगा, उसकी अनुपालना की जाएगी। कस्टोडियल डैथ के संबंध में सी.बी.आई. ने 29 अगस्त को शिमला में आई.जी. जहूर एच. जैदी, ठियोग के डी.एस.पी. मनोज जोशी, कोटखाई थाने के एस.एच.ओ. रहे राजिंद्र सिंह, ए.एस.आई. दीप चंद, हैड कांस्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल, रफीक अली व कांस्टेबल रणजीत स्ट्रेटा को गिरफ्तार किया था। 

एडीशनल एस.पी., डी.एस.पी. दिल्ली तलब, हुई पूछताछ
उधर, एस.आई.टी. में शामिल रहे एडीशनल एस.पी. भजन देव नेगी व डी.एस.पी. रत्न नेगी को सी.बी.आई. ने दिल्ली तलब किया है। सूत्रों के अनुसार वे बुधवार रात को ही दिल्ली पहुंच गए थे। वीरवार को हैडक्वार्टर में उनसे पूछताछ की गई। इससे पहले मनोज जोशी सहित कोटखाई थाने के एक ए.एस.आई. से भी सी.बी.आई. ने दिल्ली में पूछताछ की थी। इसके बाद इन दोनों को गिरफ्तार किया गया था। भजनदेव नेगी वैसे ही रिटायरमैंट के बाद एक्सटैंशन पर चल रहे हैं जबकि रत्न चंद शिमला के डी.एस.पी. ट्रैफिक के पद पर कार्यरत हैं। इनसे गुडिय़ा केस बारे पूछताछ हो रही है। डी.एस.पी. के पास सी.डी.आर. डिटेल थी जबकि ए.एस.पी. गुडिय़ा केस में जांच कर रहे थे। जिस दिन थाना फंूका गया उस दिन भी वह वहीं पर तैनात थे। 

मुंशी भी बुलाया दिल्ली, गिरफ्तारी की संभावना
कोटखाई थाने के निलंबित मुंशी मुकेश को भी सी.बी.आई. ने दिल्ली बुलाया है। उससे भी पूछताछ होगी। जांच एजैंसी पूछताछ के बाद उसकी गिरफ्तारी कर सकती है। जिस रात सूरज की थाने में मौत हुई, उस वक्त इस कर्मी की ड्यूटी थी। हवालात की चाबी उसी के पास थी। उसे वहां से बाहर किसके कहने से लाया गया, यह बात उसे मालूम थी लेकिन उसने भी पुलिस अधिकारियों के साथ ही सच को छिपाया।