रोहतांग दर्रे में 8 सैंटीमीटर ताजा बर्फबारी, BRO की बढ़ी मुश्किलें

Wednesday, May 15, 2019 - 12:48 PM (IST)

मनाली: जून-जुलाई महीने में भी देश-दुनिया के सैलानियों को बर्फ से रू-ब-रू करवाने वाले मनाली के पसंदीदा पर्यटन स्थल रोहतांग में 8 सैंटीमीटर ताजा हिमपात हुआ है। पिछले कुछ दिनों से लगातार खराब चल रहे मौसम के कारण तापमान में गिरावट आई है। एक ओर जहां मैदानी क्षेत्रों में पारा चढ़ने लगा है वहीं पर्यटन नगरी मनाली व लाहौल में मौसम ने एक बार फिर करवट बदलकर सर्दी का एहसास दिला दिया है। मंगलवार सुबह से रोहतांग दर्रे सहित आस-पास की ऊंची पहाड़ियों में हिमपात हो रहा है जबकि लाहौल व मनाली घाटी में बारिश हो रही है। रोहतांग दर्रे में बर्फ के फाहे गिरने से बी.आर.ओ. की सड़क बहाली का कार्य प्रभावित हुआ है। 

मनाली की ओर से बी.आर.ओ. सड़क से बर्फ हटाते हुए 53 किलोमीटर दूर रोहतांग के पार पहुंच गया है। जबकि लाहौल की ओर भी बी.आर.ओ. कोकसर से आगे ग्रामफू पहुंच गया है। बर्फबारी होने से रोहतांग दर्रे में चल रहा बी.आर.ओ. की सड़क बहाली कार्य प्रभावित हुआ है। पर्यटन नगरी मनाली में सहित समस्त कुल्लू घाटी में लगातार बारिश का दौर जारी है। रोहतांग दर्रे सहित मकरबेद शिकरबेद, हनुमान टिब्बा, इंद्र किला, हामटा, रानी सुई, भृगु लेक, दशोहर झील, चन्द्रखनी, फोजल जोत, नग्गर की ऊंची पहाड़ियों, पांडु रोपा सहित रोहतांग के उस पार बारालाचा दर्रे सहित शिंकुला, दारचा की पहाड़ियों, लेडी ऑफ केलांग, नीलकण्ठ जोत, कुंजम जोत, छोटा व बड़ा शिघरी ग्लेशियर में बर्फ के फाहे गिर रहे हैं। मनाली के पर्यटन स्थल राहनीनाला, मढ़ी, ब्यासनाला, राहलाफाल व अंजनीमहादेव भी बर्फ के फाहों से सराबोर हुए हैं।

सैलानियों के लिए बंद रहा मढ़ी

मनाली-रोहतांग मार्ग के मुरम्मत कार्य को लेकर हर मंगलवार को रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए बंद रहेगा। यह प्रक्रिया सीजन भर चलती रहेगी। हालांकि मनाली-केलांग मार्ग बहाल होने के बाद मंगलवार को लाहौल के लोग आ जा सकेंगे। लेकिन सैलानियों के लिए मंगलवार को रोहतांग दर्रा बंद रहेगा। एस.डी.एम. मनाली अश्वनी कुमार ने कहा की मंगलवार को रोहतांग दर्रा सैलानियों के लिए बन्द रहेगा। उन्होंने बताया कि रोहतांग दर्रे सहित ऊंची चोटियों में बर्फबारी हो रही है जिससे बी.आर.ओ. का कार्य प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि हालांकि मनाली-केलांग मार्ग बहाली 8 किलोमीटर ही शेष रह गई है लेकिन मार्ग बहाली मौसम पर निर्भर हो गई है।
 

Ekta