हिमाचल पुलिस के 785 नवदीक्षित आरक्षियों ने ली जन सेवा की शपथ

Friday, Aug 18, 2017 - 12:57 AM (IST)

डरोह/पालमपुर: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि समाज से बुराइयों का अंत करने तथा आपराधिक तत्वों से कड़ाई से निपटने के लिए पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। मुख्यमंत्री पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में नवदीक्षित आरक्षियों के 16वें बैच के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान 785 नवदीक्षित आरक्षियों ने शपथ ली। नवदीक्षित 785 आरक्षियों में से आधे से अधिक स्नातक व स्नातकोत्तर तक शिक्षा प्राप्त किए हुए हैं। 377 नवदीक्षित आरक्षी ऐसे थे जिन्होंने कला, विज्ञान व वाणिज्य जैसे पाठ्यक्रम कर रखे हैं जबकि 111 ने सूचना प्रौद्योगिकी, एम.टैक., एम.सी.ए. जैसे अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में दक्षता प्राप्त की हुई है।

1073 आरक्षियों की भर्ती करेगी सरकार 
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के लोगों व सम्पत्ति की सुरक्षा का दायित्व पुलिस के कंधों पर है, ऐसे में पुलिस का दायित्व है कि कानून व्यवस्था को खराब करने वाले असामाजिक तत्वों को न पनपने दे। उन्होंने कहा कि नवदीक्षित दस्ते के पुलिस में शामिल होने से प्रदेश में पुलिस बल और सुदृढ़ होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 1073 आरक्षियों की भर्ती का निर्णय लिया है तथा भर्ती प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। इस अवसर पर प्रदेश पुलिस प्रमुख सोमेश गोयल ने कहा कि 9 माह के कड़े प्रशिक्षण के दौरान आरक्षियों को कानून, पुलिस विज्ञान, अपराध अन्वेषण, कम्प्यूटर, साइबर क्राइम तथा मानवाधिकार जैसे विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 

दीपक शर्मा ने किया परेड का नेतृत्व
परेड का नेतृत्व दीपक शर्मा ने किया जबकि सह नेतृत्व शुभम राजपूत ने किया। 30 विभिन्न टुकडिय़ों में नवदीक्षित 785 आरक्षियों ने मार्चपास्ट में भाग लिया। इन टुकडिय़ों का नेतृत्व अभिषेक चौहान, लीला प्रकाश, दुष्यंत, रितेश, सरीन, महेश कुमार, सुमित राणा, नील कमल, तनुज कुमार, मुनीष, धीरज, अंशुल, पंकज, सौरभ, नितेश, विवेक कश्यप, राहुलहीर, रोणित कुमार, रोनित, मनमीत, केवल, शुभम, कुशल, अरमान ठाकुर, जितेंद्र कुमार, विशाल, जितेंद्र कुमार, जगतार सिंह, सुधीर व रविंद्र ने किया। 

अभिषेक चौहान आल राऊंड फस्र्ट चयनित
प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अभिषेक चौहान को आल राऊंड फस्र्ट चयनित किया गया जबकि अरमान ठाकुर को आऊट डोर फस्र्ट व रमण कुमार को इंडोर फस्र्ट चुना गया। बलजीत सिंह व सतीश कुमार को संयुक्त रूप से रेंज क्लासीफिकेशन में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ, वहीं दीपक कुमार ने परेड का नेतृत्व किया। इन सभी को मुख्यमंत्री ने स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। 

2 सगे भाई एक साथ बने आरक्षी
दीक्षांत परेड में जिला ऊना के नंगल कलां के 2 सगे भाई गौरव राणा व राहुल राणा भी शामिल रहे। इन दोनों सगे भाइयों ने 9 माह का कठिन प्रशिक्षण पी.टी.सी. डरोह में पूरा किया। हालांकि प्रशिक्षण के दौरान इनकी प्लाटून अलग थी परंतु फिर भी ये दोनों आपस में मिलजुल कर रहते थे। गौरव राणा व राहुल राणा ने बताया कि बचपन से ही उनका सपना प्रदेश पुलिस में सेवा करने का था, जिसे उन्होंने बड़ी मेहनत से पूरा कर लिया। वहीं जिला कांगड़ा से बड़ोह के रहने वाले नेक मोहम्मद व मुल्तान अली मोहम्मद भी आपस में भाई हैं, जो इसी पासिंग परेड में शामिल रहे। 

अकादमी स्थानांतरण की सुगबुगाहट पर लगाया विराम
पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह से पुलिस अकादमी को स्थानांतरण किए जाने को लेकर उठ रही सुगबुगाहट पर भी मुख्यमंत्री ने विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि अकादमी कहीं और स्थानांतरित किए जाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। पिछले कुछ दिनों से चर्चा थी कि पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय में संचालित की जा रही अकादमी को शिमला स्थानांतरित किया जा रहा है। कई वर्षों से पी.टी.सी. में स्थित इस पुलिस अकादमी में डी.एस.पी. व सब इंस्पैक्टर सहित कई प्रकार के विभिन्न लघु अवधि प्रशिक्षण पाठ्यक्रम संचालित करवाए जा रहे हैं। इस समय यहां पर सब इंस्पैक्टर तथा अप्पर क्लास कोर्स का प्रशिक्षण संचालित किया जा रहा है।