72 दिन बाद नाइजीरिया में बंधक बनाए युवकों की घर वापसी, परिजनों की आंखों से छलके आंसू (Video)

Sunday, Apr 15, 2018 - 03:26 PM (IST)

पालमपुर: नाइजीरिया में बंधक बनाए गए हिमाचल के तीनों युवक आखिरकार अपने वतन लौट ही आए। 72 दिन के लंबे इंतजार में बैठे परिजनों के आंसू अपने बेटों को देख थमने का नाम ही नहीं ले रहे थे। वह उन्हें बार-बार गले लगाते रहे। जानकारी के मुताबिक तीनों युवक रविवार सुबह अपने-अपने घर लौट आए। नगरोटा बगवां की उस्तेहड़ पंचायत के पंकज कुमार, पालमपुर के अजय और नगरोटा सूरियां के ग्रुप कैप्टन सुशील धीमान तीनों अपने परिजनों से मिले और उन्होंने कहा कि अब वह अपने परिजनों के साथ खुश हैं। 


बताया जाता है कि रविवार सुबह युवकों का स्वागत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों के साथ विधायक भी पहुंचे। इसके बाद जब तीनों लाडले अपने-अपने घर पहुंचे तो इनके आने की खुशी में गांववासियों के साथ-साथ परिजनों ने काफी भव्य तरीके से स्वागत किया।


वहीं पंकज का स्वागत विधायक अरुण मेहरा ने रढ़ चौक पर किया। इस खास मौके पर पंकज की मां सुलोचना देवी और पिता वेदप्रकाश ने पिछले 4 महीने से बिछुड़े अपने लाडले को देखा।


पंकज का कहना है कि 72 दिन तक लुटरों ने उन्हें एक टापू में रखा था और खाने के नाम पर मैग्गी के महज एक या दो पैकेट ही मिलते थे और उसी से गुजारा करना पड़ता था। 


सुशील कुमार के भी मां-बाप ने अपने बेटे की आने की खुशी में विशेष इंतजाम कर रखा था। अपने अन्य दो साथियों के साथ अपने घर नगरोटा पहुंचे सुशील कुमार ने पूरे परिवार के साथ अपने दुख साझा किए।


सभी ने प्रदेश सरकार के साथ-साथ सांसद शांता कुमार, विधायक अरुण मेहरा और केंद्र सरकार का धन्यवाद किया है। अजय की माता कमला ने बताया कि बच्चों के बंधक बनाए जाने की बात का पता लगते ही परिवार वालों ने कई रातें जाग-जाग कर काटी हैं। 

Ekta