हिमाचल के इस जिले में 10 माह में 70 आत्महत्याएं... खौफनाक कदम उठाने वालों में 40 पुरुष शामिल
punjabkesari.in Wednesday, Nov 19, 2025 - 05:23 PM (IST)
धर्मशाला, (विवेक): पिछले साढ़े 10 माह में जिला कांगड़ा में आत्महत्या के मामले चौकाने वाले हैं। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस साल साढ़े 10 माह में जिला कांगड़ा में अब तक 70 से अधिक मामले पेश आए हैं। यह बात राहत जरूर दे सकती है कि पिछले साल की अपेक्षा 40 फीसदी तक कम हैं। लेकिन स्थिति की गंभीरता को कम नहीं किया जा सकता। इन सबके पीछे मुख्य कारण पारिवारिक तनाव, आर्थिक कर्जा (व्यापार में नुक्सान, जमीनी-विवाद) पारिवारिक कलह, प्रेम संबंधों का टूटना, डिप्रैशन, बेरोजगारी व परीक्षाओं में फेल होना व नशे का सेवन हैं।
आंकड़ों के अनुसार आत्महत्या करने वालों में जहरीले पदार्थ के सेवन व फंदा लगाकर जान देने वालों की संख्या एक बराबर रही है। आत्महत्या करने वालों में अधिक संख्या पुरुषों की है। करीब 40 से अधिक पुरुषों ने और 20 से अधिक महिलाओं ने आत्महत्या का कदम उठाया है। आत्महत्या करने वाले युवा वर्ग में आत्महत्या करने वालों के कारण अलग है। कईयों ने प्रेम संबंधों के टूटने से आत्महत्या जैसा कदम उठाया है तो कई परीक्षाओं में विफलता के चलते यह कदम उठाने के लिए आगे बढ़े हैं।
यह सोचें कि हर समस्या का समाधान: डा. सुखजीत
डॉ. राजेंद्र प्रसाद मैडीकल कॉलेज टांडा के मनोचिकित्सा विभाग के प्रोफैसर व एच.ओ.डी. डॉ. (मेजर) सुखजीत सिंह ने बताया कि आत्महत्या जैसे मामलों के प्रति लोगों को जागरूक होना बेहद जरूरी है। इससे बचने के लिए अपने विचारों को दूसरों के साथ सांझा करें। यह सोचें की जीवन में हर समस्या का समाधान हो सकता है, निराश न हों। मेहनत करें, सफलता प्रयास से ही मिलती है। नशे से दूर रहें। आपसी मतभेदों को बातचीत से हल करें।
अकेले न रहें, हमेशा अपने परिवार व दोस्तों के साथ रहें। मोबाइल गेम्स में समय नष्ट न करते हुए बेहतर है कि मैदान में दोस्तों के साथ खेलें। असफल होने पर निराश न हों, बल्कि प्रयास करें। डिप्रैशन होने पर काऊंसलर व मनोचिकित्सक से संपर्क करें।
बीर बहादुर, ए.एस.पी., कांगड़ा का कहना है कि आत्महत्या का यह आंकड़ा गंभीर है। लोगों का इस संबंध में जागरूक होना बेहद जरूरी है।
शाहपुर के एक परिवार के 5 लोग कर चुके आत्महत्या
अभी हाल ही में पुलिस थाना शाहपुर में पेश आए एक मामले में 35 वर्षीय व्यक्ति ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मामले में यह खुलासा सामने आया कि इस व्यक्ति के परिवार में अब तक 5 लोगों ने आत्महत्या का रास्ता अपनाकर अपनी जान दी है। जबकि पुलिस थाना बैजनाथ के क्षेत्र पपरोला में पेश आए दंपति द्वारा जहर निगलकर सामूहिक आत्महत्या करने की कोशिश के मामले में सामने आया है कि बैंक का कर्ज न देने की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया। इस मामले में पति की मौत हो गई थी। जबकि टांडा अस्पताल में उपचार के बाद पत्नी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।

