6वीं से 8वीं के बच्चों को नहीं पढ़ाएंगे PGT शिक्षक, जानने के लिए पूरी खबर

Sunday, Jun 18, 2017 - 10:49 AM (IST)

शिमला: स्कूलों में छठी से 8वीं कक्षा तक के बच्चों को पी.जी.टी. नहीं पढ़ाएंगे। जल्द ही सरकार इस शर्त को हटा देगी। शिक्षकों को ऐसा आश्वासन अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा डा. ए.जे.वी. प्रसाद ने दिया लेकिन जिन स्कू लों में शिक्षकों की कमी होगी वहां पी.जी.टी. शिक्षक 9वीं और 10वीं क क्षा के छात्रों को पढ़ाएंगे। ये आदेश शिक्षकों को अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा डा. ए.जे.वी. प्रसाद ने शनिवार को सचिवालय में हुई हिमाचल प्रदेश पी.जी.टी. यूनियन के पदाधिकारियों की बैठक में दिए हैं। इसके अलावा बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव ने शिक्षकों को आश्वासन दिया कि 15 दिनों में उनकी मांगों का समाधान कर दिया जाएगा। संघ की ओर से इस बैठक में प्रदेशाध्यक्ष चितरंजन काल्टा, महासचिव देसराज, वरिष्ठ उपप्रधान मुनीष शर्मा व वरिष्ठ मुख्य प्रैस सचिव मोहन लाल सहित कई पदाधिकारियों ने भाग लिया।


छात्रों को दें गुणात्मक शिक्षा 
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव ने शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे स्कूलों में छात्रों को गुणात्मक एवं संस्कारित शिक्षा प्रदान करें ताकि स्कूलों में अच्छे परिणाम आएं और बच्चे संस्कारित बन सकें। एच.पी.पी.जी.टी.यू. के प्रदेशाध्यक्ष चितरंजन काल्टा का कहना है कि बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव शिक्षा ने अधिकतर मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया है।


वित्त विभाग को भेजा जाएगा प्रायोगिक भत्ता देने का मामला
बैठक में निर्णय लिया गया कि शिक्षकों को प्रायोगिक भत्ता देने का मामला वित्त विभाग को भेजा जाएगा। यह भत्ता उन शिक्षकों के लिए मांगा गया है जो प्रायोगिक विषय पढ़ाते हैं। इस बैठक में वर्ष 2003 के  बाद नियुक्त शिक्षकों को पुरानी पैंशन योजना के अधीन लेने बारे चर्चा की गई।


इन मांगों पर हुई चर्चा
बैठक में पी.जी.टी. की अलग सूची तैयार करने की मांग विशेष तौर पर उठाई गई। इस पर अतिरिक्त मुख्य सचिव ने कहा कि आगामी 15 दिनों में 31-12-2016 तक नियुक्त व पदोन्नत पी.जी.टी. शिक्षकों की अलग सूची जारी कर दी जाएगी। इसके अलावा शिक्षकों ने पी.जी.टी. अध्यापकों की संख्या के आधार पर पदोन्नति कोटा भी निर्धारित करने, पी.जी.टी. शिक्षकों को नियुक्ति से 5400 का ग्रेड पे देने, नवनियुक्त हुए पी.जी.टी. को 10300 रुपए की बजाय 12090 रुपए प्रारंभिक वेतन देने का मामला भी उठाया।