चम्बा के प्रवेश द्वार तुनुहट्टी में रोके बाहरी राज्यों से आए 62 लोग

Sunday, Mar 29, 2020 - 11:16 PM (IST)

तुनुहट्टी (ब्यूरो): जिला के प्रवेश द्वार पुलिस चैक पोस्ट तुनुहट्टी में बाहरी राज्यों से आने वाले लगभग 62 लोगों को शनिवार देर रात रोक दिया है। इनमें से 27 लोगों को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला नैनीखड्ड में आइसोलेट किया गया है। इसके अलावा करीब 35 लोगों को आइसोलेट करने की प्रक्रिया चल रही है। शनिवार दोपहर को एडीसी मुकेश रेप्सवाल ने भी आइसोलेशन के लिए चिन्हित किए गए स्कूल नैनीखड्ड का जायजा लिया। इस दौरान एसडीएम डल्हौजी मुरारी लाल, डीएसपी रोहन डोगरा, एसएचओ आशीष पठानिया, नायब तहसीलदार ककीरा जगदीश चंद, बीएमओ समोट सतीश फोतेदार व डाक्टर विकास भी मौजूद रहे।

नैनीखड्ड के निजी होटल से की खाने की व्यवस्था

एडीसी ने स्कूल में सारी व्यवस्था का जायजा लेने के बाद जिला के विभिन्न स्थानों से रुके हुए लोगों से होने वाली समस्याओं के बारे में पूछताछ की और इस संवेदनशील मौके पर सब लोगों से प्रशासन के साथ सहयोग बनाए रखने की अपील की। लोगों ने एडीसी को बताया कि उन्हें अपने इलाकों के नजदीकी स्कूल में रखा जाए ताकि इन्हें किसी प्रकार के सामान की जरूरत पडऩे पर घर से मंगवाया का सके । इस पर एडीसी ने कहा कि इसके प्रयास किए जाएंगे लेकिन तब तक सब लोगों को यहां रुकना पड़ेगा। सब लोगों की खाने की व्यवस्था भी नैनीखड्ड के एक निजी होटल से कर दी गई है।

ऐसे हालात में सभी के सहयोग की जरूरत

कुछ स्थानीय लोगों ने एडीसी को बताया कि इस स्कूल के इर्द-गिर्द घर हैं और इन लोगों को यहां रोकना खतरे से खाली नहीं है। डीएसपी ने बताया कि इन लोगों को बाहर नहीं घूमने दिया जाएगा और पुलिस दल भी यहां तैनात रहेगा। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में सभी के सहयोग की जरूरत है। यहां निगरानी में रखे लोगों के हाथ साफ करने के लिए साबुन भी मुहैया करवाए गए।

समय पर खाना न मिलने से पनप रहा आक्रोश

एडीसी मुकेश रेप्सवाल ने प्रवेश द्वार तुनुहट्टी में भी व्यवस्थाओं का जायजा लिया और यहां पर फंसे लोगों से भी बातचीत की। पंचायत सचिव द्वारा आने वाले लोगों की इंद्राज प्रक्रिया के बारे भी पूछताछ की। तुनुहट्टी में फंसे हुए लोगों की सुबह तो खाने-पीने की व्यवस्था नहीं हुई लेकिन एसडीएम डल्हौजी मुरारी लाल ने दोपहर को पैकिंग खाना उपलब्ध करवा दिया, जिस पर ज्यादातर लोगों ने नाराजगी जताई। उन्न्होंने कहा कि बेशक आइसोलेट किया जाए पर इतनी देर तक यहां बिठाकर रखा जा रहा है, जिससे वे परेशान हो गए हैं और 2-3 दिन से वे पहले ही परेशान होते हुए आ रहे हैं और परेशानी सहन करने की अभी उनके पास ताकत नहीं है। उन्होंने अपील की है कि जल्द से जल्द किसी सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया जाए।

लोगों ने की नजदीकी क्षेत्रों में भेजने की अपील

नैनीखड्ड स्कूल में आइसोलेट किए लोगों का कहना है कि उन्हें सभी सुविधाएं मिल रही हैं लेकिन स्कूल में भीड़ जमा होने से संकट पैदा हो सकता है। उनका कहना है कि वे खुद चाहते हैं कि वे 14 दिन तक अकेले रहें ताकि हमारे परिवार को भी किसी प्रकार की कोई समस्या पैदा न हो लेकिन प्रशासन उन्हें अपने-अपने क्षेत्र के किसी भी स्कूल में भेजे ताकि एक ही जगह पर ज्यादा लोगों का जमावड़ा न लग पाए।  एडीसी मुकेश रेप्सवाल ने बताया कि बाहर से आए हुए इन सभी लोगों को फिलहाल नैनीखड्ड में रखा गया है और कोशिश की जाएगी कि इनको अपने घरों के आसपास होम क्वारंटाइन किया जाए। यहां पर सारी व्यवस्था का ध्यान रखा जाएगा।

Vijay