दाड़लाघाट : अम्बुजा सीमैंट उद्योग फिर विवादों में, 34 लैंड लूजर्ज सहित 61 कर्मचारी लेंगे वीआरएस

Wednesday, Apr 26, 2023 - 11:02 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): अडानी ग्रुप का अम्बुजा सीमैंट उद्योग दाड़लाघाट एक बार फिर विवादों में आ गया है। इस उद्योग में 61 कर्मचारियों ने स्वैच्छिक रिटायरमैंट योजना (वीआरएस) का लाभ लिया है। वीआरएस लेने वाले 61 में से 34 कर्मचारी लैंड लूजर्ज हैं। इनकी वीआरएस को उद्योग प्रबंधन के उस फरमान से जोड़कर देखा जा रहा है, जो पिछले सितम्बर माह के आसपास जारी किया गया था। उद्योग प्रबंधन ने अपने उन सभी स्थानीय कर्मचारियों को नोटिस जारी किए थे, जो नौकरी के साथ ट्रक भी चला रहे हैं। प्रबंधन का स्पष्ट कहना था कि नौकरी व ट्रक में से किसी एक को छोड़ना होगा। यदि नौकरी छोड़ते तो उन्हें कोई लाभ मिलने वाला नहीं था लेकिन वीआरएस से कम से कम प्रोविडैंट फंड व ग्रैच्युटी के साथ अन्य लाभ भी मिल सकते हैं। दाड़लाघाट प्लांट में ऐसे कर्मचारियों की संख्या करीब 150 के आसपास है। विदित रहे कि अम्बुजा सीमैंट उद्योग के मालभाड़े विवाद के चलते हुई तालाबंदी से पूर्व से स्थानीय कर्मचारियों को जारी किए गए नोटिस को लेकर विवाद चला हुआ था।  

रिटायरमैंट के लिए मजबूर किया : रामकृष्ण
बाघल लैंड लूजर्ज के पूर्व अध्यक्ष रामकृष्ण शर्मा ने कहा कि उद्योग प्रबंधन की दादागिरी नहीं चलेगी। वीआरएस के नाम लैंड लूजर्ज कर्मचारियों को रिटायरमैंट लेने के लिए मजबूर कर दिया। उद्योग में नौकरी करना लैंड लूजर्ज का हक है। सीमैंट उद्योग के लिए जब उनकी जमीनों का अधिग्रहण किया गया था तो परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वायदा किया था। कंपनी के कहने पर ही ट्रक डाले गए थे। उन्होंने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। 

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Content Writer

Vijay