6 करोड़ की संपत्ति सील, बैंक खाते ‘फ्रीज’

Thursday, Feb 23, 2017 - 11:12 AM (IST)

नूरपुर: हिमाचल-पंजाब सीमा से सटे इलाके सिंथैटिक नशों व देसी शराब के गोरखधंधे से अटे पड़े हैं। पंजाब केसरी पड़ताल में पाया गया कि इस क्षेत्र में सिर्फ पड़ोसी राज्य से नशे की खेप ही नहीं पहुंचती बल्कि हिमाचल की सीमा से भी 2 पड़ोसी राज्यों को तस्करी हो रही है। अभी तक के दर्ज मामलों में सामने आया है कि ज्यादातर पड़ोसी राज्यों के तस्कर हिमाचल की सीमा में 1 ग्राम से लेकर 15 ग्राम तक की खेप के साथ पकड़े जा रहे हैं। इतना ही नहीं दर्ज मामलों की तह तक पड़ताल की जाए तो इसमें होशियारपुर, जालंधर और पठानकोट के तस्करों की संख्या अधिक है। इन मामलों पर एस.पी. संजीव गांधी का कहना है कि नूरपुर उपमंडल पर खास फोकस है। एक साल में पुलिस ने नशा माफिया की कमर तोड़ी है तथा 160 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं जिनमें अधिकतर लोग पड़ोसी राज्यों के हैं। उन्होंने कहा कि उपमंडल में लगभग 6 करोड़ की 10 संपत्तियों को सील किया गया है तथा आरोपियों के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया गया है। 


इन इलाकों में फल-फूल रहा कारोबार 
उपमंडल के इन्दौरा, भदरोया, डमटाल, माजरा, छन्नी वेली, मीलवा, ठाकुरद्वारा, मंड व लहरियां आदि क्षेत्रों में कुछ साल से महंगे नशे का कारोबार फलफूल रहा है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार एक विशेष वर्ग के समुदाय के लोग इस धंधे को कर रहे हैं जिनके तार अन्य राज्यों से भी जुड़े हैं। करीब 2 दशक पहले उपमंडल में ये लोग अवैध शराब (लाहन) का कारोबार करते थे लेकिन उनमें से लगभग 80 प्रतिशत लोग अवैध शराब के धंधे को छोड़ कर हैरोइन, भुक्की व नशीले कैप्सूल आदि कई प्रकार के मादक द्रव्य पदार्थों के व्यापार में पड़ चुके हैं। 


हिमाचल पुलिस को स्निफर डॉग उपलब्ध करवाए: पंजाब पुलिस 
जिला पठानकोट के एस.एस.पी. निलंबरी विजय जगदले ने कहा कि पंजाब पुलिस हिमाचल की पुलिस के साथ पूरे समन्वय के साथ मिलकर नशा तस्करी के खिलाफ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई राज्य नशा नहीं बेचता बल्कि बॉर्डर क्षेत्रों का लाभ उठाकर असामाजिक तत्व यह काम करते हैं। पंजाब पुलिस ने हिमाचल पुलिस को नशा माफिया पर रेड मारने के लिए कई बार नारकोटिक्स स्निफर डॉग्स भी उपलब्ध करवाए हैं। उन्होंने कहा कि यह साफ है कि हिमाचल को नशे की सप्लाई पड़ोसी राज्यों से होती है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों के पुलिस प्रशासन से उन्होंने निजी तौर पर सम्बन्ध बनाए हैं जिसका परिणाम है कि पंजाब पुलिस भी हिमाचल पुलिस का नशे को खत्म करने के लिए सहयोग दे रही है।