टैक्सियों व बसों में रोहतांग दर्रा पार कर लाहौल-स्पीति पहुंचे 526 लोग

Wednesday, Apr 29, 2020 - 06:54 PM (IST)

मनाली (सोनू): कुल्लू-मनाली में फंसे किसान-बागवान अपने घर पहुंचने लगे है। बुधवार को मनाली से लाहौल के लिए तीसरा जत्था रवाना हुआ, जिसमें 526 लोग रोहतांग होते हुए घर पहुंचे। मनाली से टैक्सियों में गए लोगों को कोकसर तक टैक्सी वालों ने पहुंचाया जबकि कोकसर से आगे इन लोगों को एचआरटीसी की बसें उपलब्ध करवाई गईं। सभी 526 लोगों का कोठी में विभागीय टीम द्वारा स्वास्थ्य जांचा गया तथा उसके बाद ही लोगों का जत्था आगे बढ़ा। बुधवार को जाने वाले राहगीरों में जिला चम्बा के पांगी व किलाड़ के लोगों की संख्या अधिक रही है। लाहौल-स्पीति प्रशासन की मानें तो एक सप्ताह के भीतर सभी लोगों को लाहौल घाटी में पहुंचा दिया जाएगा। एचआरटीसी केलांग डिपो के आरएम मंगल मनेपा ने बताया कि मनाली से अधिक लोग आने के चलते टैक्सियां कम पड़ गईं जिसके चलते कोकसर तक बसें भेजनी पड़ीं।

मनाली-रोहतांग मार्ग में जारी है बर्फीली हवाओं का दौर 

मनाली-रोहतांग मार्ग में बर्फीली हवाओं का दौर निरंतर जारी है तथा राहगीरों को बीच-बीच में हिमखंड व भू-स्खलन की भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। किसानों-बागवानों के घर पहुंचते ही कृषि कार्यों ने गति पकड़ ली है। हालांकि लाहौल की आधी घाटी में मटर बिजाई हो चुकी है, लेकिन गाहर, तिनन व चंद्रा वैली में अभी बिजाई शेष है।

मेडिकल जांच के बाद ही दिया प्रवेश : एसपी

एसपी लाहौल-स्पीति राजेश धर्माणी ने बताया कि रोहतांग दर्रा खुलने के बाद लाहौल घाटी प्रवेश करने वालों पर चौकसी और बढ़ा दी गई है। कोकसर पुलिस चैक पोस्ट में परमिट दिखाने के बाद नाम पता दर्ज होने पर व मेडिकल जांच के बाद ही लोगों को घाटी में प्रवेश करने दिया जा रहा है। बुधवार को कुल्लू से लाहौल घाटी में करीब 526 लोग पहुंचे हैं, जिनको कोकसर में मेडिकल चैकअप व पुलिस सत्यापन के बाद ही घाटी में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।

Vijay