कुल्लू अस्पताल में 500 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट स्थापित, शिक्षा मंत्री ने किया उद्घाटन

punjabkesari.in Wednesday, Nov 24, 2021 - 11:31 PM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो): क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में आवश्यक सुविधाओं का तेजी के साथ सृजन किया जा रहा है। बीते 3 वर्षों के दौरान अस्पताल को कई स्तरों पर अपग्रेड किया गया है। नए भवनों के निर्माण की बात हो, विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाओं की या फिर पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती हो, सभी क्षेत्रों को मजबूती प्रदान की गई है। यह बात शिक्षा व कला, भाषा एवं संस्कृति मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने आज क्षेत्रीय अस्पताल में 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट अस्पताल को समर्पित करने के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल के एमसीएच विंग यानी मातृ एवं शिशु अस्पताल के लिए एसोचैम द्वारा यह प्लांट दान कर इसे रिकाॅर्ड समय में स्थापित किया गया है।

24 घंटे होगी ऑक्सीजन की आपूर्ति

उन्होंने कहा कि 14 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित 100 बिस्तरों के एमसीएच विंग के लिए यह प्लांट पूरी तरह से सक्षम है और इस प्लांट के शुरू होने से अब ऑक्सीजन सिलैंडरों की कम आवश्यकता रहेगी। उन्होंने कहा कि एमसीएच में एनआईसीयू, पीआईसीयू, लेबर रूम, गायनी वार्ड तथा पोस्ट आप्रेटिव वार्ड होंगे। 500 लीटर प्रति मिनट क्षमता का यह प्लांट इन्डोर रोगियों को 24 घंटे ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रदान करेगा जिसमें प्रसव के उपरांत सिजेरियन मां, गंभीर नवजात और बाल रोगी शामिल हैं। इस महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के लिए एक निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति महत्वपूर्ण है।

अनावश्यक खर्चों में होगी कटौती

मंत्री को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. सुशील चंद्र ने अवगत करवाया कि पीएसए संयंत्र विशेष रूप से 250 किलोवाट जैनरेटर द्वारा किसी भी बिजली आऊटेज को बफर करने में समर्थित है। इसके साथ ही अस्पताल द्वारा किसी अतिरिक्त आवश्यकता के मामले में संयंत्र क्षेत्रीय अस्पताल के अन्य वार्डों को भी ऑक्सीजन प्रदान कर सकता है। यह संयंत्र ऑक्सीजन सिलैंडरों की आवश्यकता को भी कम करेगा और उन सिलैंडरों के परिवहन की रसद संबंधी बाधाओं को दूर करेगा। सिलैंडरों पर होने वाले खर्च में भी कटौती होगी। पीएसए प्लांट अनेक लोगों की जान बचाने में काफी मददगार साबित होगा।

3000 नए पैरामेडिकल स्टाफ सदस्यों की नियुक्तियां कीं

गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि पिछले 2 साल कोरोना महामारी के संकट के बीच गुजरे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना से निपटने के लिए सुव्यवस्थित प्रबंधन किया जिसका परिणाम प्रदेशवासियों के समक्ष है। प्रदेश में कहीं पर भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी और कोई कोविड मरीज ऐसा नहीं था जिसे अस्पताल में बिस्तर न मिला हो। वैक्सीन की पहली डोज का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाला भी हिमाचल ही देश का पहला राज्य बना। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से प्रदेश के लिए ऑक्सीजन का कोटा 15 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 30 मीट्रिक टन करवाया। कोविड से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग में 3000 नए पैरामेडिकल स्टाफ सदस्यों की नियुक्तियां की गईं।

ये रहे मौके पर मौजूद

इस अवसर पर डीसी आशुतोष गर्ग, अतिरिक्त उपायुक्त शिवम प्रताप सिंह, एसोचैम के प्रमुख गौरव, एपीएमसी के सलाहकार रमेश शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष भीमसेन, अमित सूद, दानवेंद्र, श्याम कुल्लवी सहित भाजपा के पदाधिकारी, पार्षदगण, चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. रमेश व क्षेत्रीय अस्पताल के अन्य चिकित्सक व पैरा मैडीकल स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।

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Content Writer

Vijay

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