Himachal: तेंदुए का आतंक, 5 साल की बच्ची को डेरे के बाहर से उठाया
punjabkesari.in Tuesday, Jan 21, 2025 - 04:55 PM (IST)
हिमाचल डेस्क। चौपाल के उपमंडल क्षेत्र के गांवों में तेंदुए के खौफ से लोग परेशान हैं। हाल ही में शाम साढ़े सात बजे चंझाल पुल के पास तेंदुए ने एक पांच साल की बच्ची को उठा लिया। बच्ची का नाम अनुषा है और उसका परिवार एक बागीचे में काम कर रहा था। मज़दूरी का कार्य करने वाला प्रकाश नेपाली अपने परिवार के साथ डेरे के अंदर बैठा था। इस दौरान उसकी पांच साल की बेटी अनुषा डेरे से बाहर निकल गई और तेंदुए ने झाड़ी में छुपकर उस पर हमला कर दिया और उसे झाडिय़ों में ले गया। इस घटना के बाद बच्ची के परिवार ने शोर मचाया, जिससे तेंदुआ बच्ची को घायल करके जंगल की ओर भाग गया। बच्ची की पीठ और कंधे पर तेंदुए के पंजों से चोटें आईं। घायल बच्ची को अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के बाद उसे घर वापस ले जाया गया।
यह तेंदुआ पहले भी कई बार बच्चों को अपना शिकार बना चुका है। तीन साल पहले एक नेपाली लड़के की मौत हो गई थी और दो साल पहले एक बच्चा शोर मचाने से तेंदुए के चंगुल से बच गया था। इसके अलावा, तेंदुआ कई पालतू पशुओं और कुत्तों को भी मार चुका है।
ग्राम पंचायत झिकनीपुल के प्रधान गोपाल चौहान ने बताया कि वन्य प्राणी विभाग द्वारा तेंदुओं को पकडऩे के लिए ट्रैप लगाए थे, परन्तु विभाग को इसमें कोई सफलता नहीं मिल पाई । अब तेंदुए फिर से सक्रिय हो गए हैं और ग्रामीणों में डर का माहौल बन गया है। पंचायतों के लोगों ने वन विभाग से तेंदुए को पकड़ने की मांग की है ताकि ग्रामीणों को सुरक्षित किया जा सके।
यह तेंदुआ मुख्य रूप से शाम के समय शिकार पर निकलता है। उन्होनें कहा कि अगर इस समस्या का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो किसी बड़ी दुर्घटना का खतरा हो सकता है।
शाम को बाहर न निकलें
वन मंडलाधिकारी चौपाल जंगबीर सिंह दुल्टा ने लोगों से आग्रह किया है कि शाम के बाद घरों से बाहर न निकलें तथा छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखें। तेंदुए पकडऩे के लिए पहले से एक पिंजरा लगाया गया है एवं बच्ची पर हमले के बाद विभाग की टीम को मौके पर भेजा गया है जोकि तेंदुए के आने जाने के ट्रैक का पता लगाएगी, जिसके बाद दूसरा पिंजरा लगाया जाएगा।