यहां सड़क से परेशान भाखड़ा विस्थापितों के 5 गांव

Sunday, Mar 10, 2019 - 03:12 PM (IST)

नयना देवी : नयना देवी के साथ लगते गांव भटेड़, कनफारा, खरकड़ी, कमान्द्वाला तथा चिलट के लोग बदहाल सड़क सुविधा का दंश झेल रहे हैं। आलम यह है कि थोड़ी-सी बारिश में भी सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है और बीमार लोगों को चारपाई पर पैदल रास्तों से लाना व ले जाना मजबूरी बन गई है। बीते साल भारी बरसात में इन गांवों में 5 मौतें भी हुई हैं, बावजूद इसके सरकारी नुमाइंदे सड़कों की मुरम्मत को गंभीर नहीं हैं। वहीं प्रशासन व राजनीतिक दलों से भी अभी तक ग्रामीणों को आश्वासनों के सिवाय कुछ हाथ नहीं लगा है। उधर, ग्रामीणों ने सड़क सुविधा न मिलने पर चुनावों के बहिष्कार की चेतावनी दी है।

प्रैस को जारी बयान में नयना देवी के साथ लगते गांव भटेड़, कनफारा, खरकड़ी, कमान्द्वाला तथा चिलट की ग्राम सुधार कमेटी व महिला मंडल भटेड़ की सदस्यों एवंपदाधिकारियों नरेश कुमार, नंद किशोर, सीता राम, तरसेम चंद, सुरेंद्र पाल, कुलदीप चंद, कुलदीप चंद, रामपाल, देसराज, लाल मन, राम कुमार, रजनी देवी, तृष्णा देवी व तृप्ता देवी आदि का कहना है कि इन पांचों गांवों में स्वास्थ्य की भी मूलभूत सुविधाओं में भारी कमी है, जबकि इन गांवों में ज्यादातर भाखड़ा विस्थापित रहते हैं।

चूंकि ये सारे गांव भाखड़ा डैम के किनारे बसे हैं तथा आजादी के 70 वर्षों के बाद भी किसी भी सरकार ने उनकी कोई सुध नहीं ली तथा अब इन गांवों के लोग दोनों मुख्य दलों से बहुत ज्यादा नाराज हैं, जबकि दोनों पाॢटयों के नेताओं को कई बार लिखित रूप में दिया गया है, परंतु अभी तक मात्र आश्वासन ही मिले हैं। लोगों का कहना है कि थोड़ी वर्षा होने के कारण भी कच्ची सड़कों पर चलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा कि सड़कों को दुरुस्त नहीं किया तो कोई भी ग्रामीण लोकसभा चुनावों में हिस्सा नहीं लेगा।

kirti