जान जोखिम में डाल रोहतांग दर्रा पार कर मनाली पहुंचे 5 लोग

Sunday, Mar 31, 2019 - 11:23 PM (IST)

मनाली: लाहुलियों के सब्र का बांध अब टूटने लगा है। हवाई सेवाएं न मिलने के कारण अब लोग जान जोखिम में डालने लगे हैं। इस बार सर्दियों में भारी बर्फबारी होने से रोहतांग दर्रा बर्फ  का समंदर बन गया है। जगह-जगह हिमखंड गिरे हैं, जिससे राहगीरों की राहें आसान नहीं रह गई हैं। घाटी में कुछ दिनों से मौसम साफ  रहने के बाद और कोकसर में बचाव दल की तैनाती के बाद रविवार को सिस्सू से 5 लोग 13,050 फुट ऊंचे रोहतांग दर्रे को पैदल पार कर मनाली पहुंचे। हालांकि कुछ रोज पहले सिस्सू के ही 4 लोग रात के 2 बजे चलकर रोहतांग दर्रा पर कदमताल करते हुए शाम 3 बजे मनाली पहुंचे थे, जिससे रास्ता बन गया था।

2 मजदूरों सहित 5 लोगों ने पार किया रोहतांग दर्रा

रविवार को सिस्सू के स्थानीय लोगों और 2 मजदूरों सहित कुल 5 व्यक्तियों ने दर्रा पार करने का साहस किया है। हालांकि गत 28 मार्च को अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण में संबंधित खेल संस्थान मनाली के संयुक्त निदेशक रमन घरसंगी के प्रयासों के चलते निजी चौपर के जरिये संस्थान से जुड़े 3 लोगों सहित एक वायरलैस ऑप्रेटर को कोकसर पहुंचाया गया था। प्रादेशिक समाचार से इसकी जानकारी देने के बाद लोगों ने दर्रा लांघने का फैसला लिया। इसी के चलते रविवार को 5 लोगों ने कोकसर स्थित बचाव दल के सहयोग से दर्रा पर कदमताल की और सुरक्षित मनाली पहुंचे, जिसमें एक सिस्सू, एक कोकसर और 3 अन्य लोग शामिल थे।

मढ़ी रैस्क्यू पोस्ट के लिए रवाना होगी टीम

लाहौल-स्पीति के डी.सी. अश्विनी कुमार ने बताया कि एक अप्रैल से मढ़ी के बचाव दल का स्टाफ  भी भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि मनाली से बचाव चौकी के 4 सदस्य कोकसर पहुंच चुके हैं, जबकि केलांग से पुलिस के 2 जवान व मैडीकल स्टाफ  भेजा जा रहा है। कुल 9 लोगों की टीम कोकसर पहुंचेगी। वहीं 9 सदस्यीय दल मनाली से मढ़ी रवाना होगा और पैदल यात्रियों की मदद करेगा। उन्होंने सभी पैदल चलने वाले यात्रियों को दोनों बचाव चौकियों में अपना नाम पंजीकरण कर ही रोहतांग दर्रा पार करने की सलाह दी है। वहीं उन्होंने मौसम की परिस्थितियों को भांपकर और रैस्क्यू पोस्ट में तैनात लोगों की मदद लेकर ही दर्रे पर कदमताल करने को कहा है।

Vijay