''ड्रीम प्रोजैक्ट के नाम पर लूट लिए 5 करोड़ 10 लाख''

Thursday, Sep 06, 2018 - 11:00 AM (IST)

 

शिमला : नेचर पार्क शिमला के विकास का ड्रीम प्रोजैक्ट नहीं था अपितु मूर्खता का नमूना था। कोई भी संस्था अपने ड्रीम प्रोजैक्ट की फाऊंडेशन नैचुरल नाले के बीच कूड़ेका ढेर बनाकर उस पर नहीं करती है। ड्रीम प्रोजैक्ट के नाम पर 5 करोड़ 10 लाख रुपए खर्च कर दिए गए हैं। यह बात बुधवार को शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान शिवसेना के प्रदेश प्रवक्ता बृजलाल ने कही। उन्होंने नेचर पार्क के ड्रीम प्रोजैक्ट को भ्रष्टाचार की सोची समझी साजिश करार दिया।

आर.टी.आई. में ली गई सूचना का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि जिस डंपिंग साइट पर यह नेचर पार्क बनाया गया है, वहां एफ .सी.ए. की स्वीकृति 2734 वर्ग मीटर की प्रदान की गई थी जबकि डी.पी.आर. 28168 वर्ग किलोमीटर पर बनाई गई। वन विभाग की प्लानिंग कंप्लेंट का क्षेत्र 20696 वर्ग मीटर दर्शाया गया है। उन्होंने कहा कि यह तीनों आपस में मेल नहीं खाते, जिससे स्पष्ट होता है कि वन अधिकारियों की मंशा साफ  नहीं थी। बृज लाल ने कहा कि कैंपा का जो पैसा इस नेचर पार्क के लिए आबंटित हुआ था, उसका सही से इस्तेमाल नहीं किया गया।

वन विभाग के प्लानिंग कंप्लेंट का क्षेत्र 20696 वर्ग मीटर दर्शाया गया है। यह तीनों आंकड़े आपस में मेल नहीं खाते हैं, इससे स्पष्ट होता है कि वन विभाग अधिकारियों की मंशा साफ  नहीं थी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री सहित वन विभाग के अधिकारियों को इस करोड़ों के नुक्सान के लिए जिम्मेदार ठहराया और सरकार से इनके खिलाफ  जांच कर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि इस पर कार्रवाई न की गई तो इस मामले को न्यायालय तक ले जाया जाएगा। 

kirti