झूठे शपथ पत्र से गौशाला के नाम पर मंजूर करवाए 5 लाख!

Friday, Dec 28, 2018 - 11:34 AM (IST)

हमीरपुर : गलोड़ उपतहसील के तहत आने वाले रोपड़ी गांव के सुरेंद्र पाल ने शपथ पत्र देकर डी.सी. हमीरपुर को एक शिकायत पत्र दिया है, जिसमें सुरेंद्र पाल ने कथित आरोप लगाए हैं कि मैड़ पंचायत में महात्मा सुखराम गौसदन के नाम पर एक गौशाला के निर्माण के लिए प्रशासन को झूठा शपथ पत्र देकर 5 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत करवाई गई है जबकि पंचायत में पहले ही एक अन्य गौशाला रजिस्टर्ड है, जिसमें करीब 80 गौओं को रखा गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैड़ पंचायत की प्रधान ने अपने पति के नाम पर महात्मा सुखराम गौसदन समिति का गठन कर गौशाला निर्माण के लिए प्रशासन से धनराशि स्वीकृत करवाने के लिए एक शपथ पत्र दिया है, जिसमें महात्मा सुखराम गऊसदन गौशाला में जितनी भी गऊएं रखी हैं, उनके लिए चारा व्यवस्था हम करेंगे। यह बात शपथ पत्र में लिखी है जबकि अभी तक इस गौशाला में एक भी गाय नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जहां पर उक्त गौशाला का निर्माण हो रहा है, वहां सरकारी भूमि पर कथित तौर से अवैध कब्जा किया जा रहा है। उन्होंने जिलाधीश से आग्रह किया कि इस मामले की जल्द जांच की जाए तथा स्वीकृत सरकारी धनराशि पर भी रोक लगाई जाए।

 

सारे आरोप झूठे, ग्रामीणों ने दी है जमीन

उधर, महात्मा सुखराम गौसदन गऊशाला के अध्यक्ष कृष्ण लाल का कहना है कि 6 जून, 2017 को कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू ने गऊशाला का शिलान्यास किया था और गौशाला के निर्माण के लिए 25 लाख रुपए देने की घोषणा की थी, जिसके तहत गत दिनों 5 लाख रुपए की राशि गऊशाला के निर्माण के लिए विकासमय जनसहयोग में जारी हो गई है। उन्होंने बताया कि इस गौशाला के निर्माण के लिए ग्रामीणों ने अपनी भूमि दान दी है तथा अब तक इस गऊशाला के भवन पर 10 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं, जिसमें करीब 12 कमरे बनाए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र पाल के आरोप झूठे हैं तथा पंचायत के माध्यम से ही इस गऊशाला का निर्माण किया जा रहा है।

 

विकासमय जन सहयोग में बन रही गऊशाला

पंचायत प्रधान बबली देवी का कहना है कि गऊशाला के निर्माण के लिए विकासमय जनसहयोग में 1,38,437 रुपए जमा करवाकर 5 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई है। जिसके लिए मैड़ पंचायत सहित अन्य 4 पंचायत प्रधानों ने एक शपथ पत्र दिया था जोकि नियमों के अनुसार ठीक है। उन्होंने कहा कि सुरेंद्र पाल के आरोप झूठे हैं तथा इस गऊशाला के बनने से पंचायत में घूम रहीं बेसहारा गौओं को सहारा मिलेगा।
 

 

kirti