CM जयराम बोले-अनछुए व नए पर्यटन स्थलों पर खर्च होंगे 480 करोड़

Tuesday, Oct 30, 2018 - 07:08 PM (IST)

शिमला: एशियन विकास बैंक के तहत राज्य में अनछुए तथा नए पर्यटन गंतव्यों में अधोसंरचना के विकास पर 480 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बैंक ने राज्य के लिए 1892.04 करोड़ रुपए की ट्रैंच-2 परियोजना स्वीकृत की है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने यह बात पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इस परियोजना के अन्तर्गत प्रथम चरण में राज्य में पर्यटन विकास के लिए विभिन्न गतिविधियों पर 800 करोड़ रुपए खर्च करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि बुनियादी सुविधाओं, अधोसंरचना को सुदृढ़ करने तथा राज्य के अनछुए पर्यटन गंतव्यों में क्षमता निर्माण पर 480 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इन स्थलों में सम्मेलन केंद्र, पर्यटन सांस्कृतिक केंद्र, फूड पार्क तथा पार्किंग स्थलों का विकास किया जाएगा।

धरोहर भवनों के संरक्षण और मुरम्मत पर खर्च होंगे 45 करोड़
उन्होंने कहा कि नाहन, सोलन, पालमपुर, डल्हौजी, ऊना, केलंग, ताबो तथा काजा शहरों के सौन्दर्यीकरण पर 180 करोड़ रुपए खर्च करने प्रस्तावित हैं। इस परियोजना के अन्तर्गत धरोहर भवनों के संरक्षण और मुरम्मत पर 45 करोड़ रुपए तथा क्षमता निर्माण पर 50 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ‘नई राहें-नई मंजिलें’ नई योजना पर राज्य सरकार ने मंडी जिला के जंजैहली, शिमला जिला के चांशल, कांगड़ा जिला के बीड़-बिलिंग तथा कुल्लू जिला के लारजी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा।

रोहतांग सुरंग के दोनों ओर होगी फूड पार्क तथा पार्किंग सुविधा
उन्होंने कहा कि सैलानियों तथा स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए रोहतांग सुरंग के दोनों ओर फूड पार्क तथा पार्किंग सुविधाओं को विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सैलानियों की सुविधा के लिए राज्य में अधिक से अधिक रज्जू मार्गों की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हाल ही में श्री आनन्दपुर साहिब-श्री नयना देवी जी रज्जू मार्ग के निर्माण के लिए राज्य सरकार तथा पंजाब सरकार के बीच समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया है, जो 2 धार्मिक स्थलों को एक-दूसरे से जोड़ेगा।

150 करोड़ रुपए से बनेगा धर्मशाला-मैकलोडगंज रज्जू माग
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि 150 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित होने वाले धर्मशाला-मैकलोडगंज रज्जू मार्ग के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। यह परियोजना अगले वर्ष मई महीने तक पूरी कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि पलचान से रोहतांग रोप-वे का निर्माण वर्ष, 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा, जबकि आदी-हिमानी से चामुंडा और भुंतर से बिजली महादेव रोप-वे का निर्माण शीघ्र ही आरंभ किया जाएगा।

उड़ान-2 के लिए 6 स्थान किए चिन्हित
जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य के लिए उड़ान-2 के तहत 6 गंतव्य चिन्हित किए हैं। इन गंतव्यों में बद्दी, शिमला, रामपुर, नाथपा-झाखड़ी, कंगनीधार (मंडी) और मनाली शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इन स्थानों पर अधोसंरचना के उन्नयन होने पर पर्यटकों के लिए बेहतर हवाई सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

मानव निर्मित जलाशय भी बनेंगे पर्यटन आकर्षक का केंद्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कई मानव निर्मित जलाशय जैसे चमेरा, पौंगबांध, गोबिंदसागर, तत्तापानी, लारजी और पंडोह हैं। इन सभी जलाशयों में साहसी और जल क्रीड़ाओं के लिए प्रमुख पर्यटक आकर्षण केंद्र बनने की क्षमता मौजूद है। उन्होंने कहा कि इन झीलों को जल क्रिड़ाओं, शिकारा, नौकायन, हाऊस वोट, सी. प्लेन आदि अन्य मनोरंजक गतिविधियों के लिए विकसित किया जाएगा।

बी.बी.एम.बी. के साथ मुद्दे उठाएगी राज्य सरकार
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पंडोह बांध पर जल क्रीड़ाओं तथा अन्य मनोरंजक गतिविधियों को शुरू करने के मुद्दे को भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के साथ उठाएगी, जिससे इसे पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि पर्यटकों की सुविधा एवं आकर्षण के लिए आवश्यक अधोसंरचना का सृजन करके लारजी बांध को पर्यटक आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे।

Vijay