45 साल बाद ऊना को पहली बार नसीब हुआ कैबिनेट मंत्री

Thursday, Dec 28, 2017 - 11:32 AM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): भाजपा की पहली सरकार ने ऊना जिला को कैबिनेट मंत्री दिया है। कांग्रेस ने 2 कैबिनेट मंत्री अलग-अलग सरकारों में दिए लेकिन 45 वर्षों के बाद भाजपा की 5वीं सरकार में पहली बार ऊना को कैबिनेट मंत्री नसीब हुआ है। कुटलैहड़ क्षेत्र को कैबिनेट मंत्री मिला है जिस पर पार्टी लगभग 27 वर्षों से काबिज है। 1985 के कांग्रेस राज को छोड़कर अधिकतर समय कुटलैहड़ में भाजपा या उसके गठबंधन के ही विधायक रहे हैं। 


भाजपा के इस अभेदय दुर्ग को कैबिनेट रैंक के साथ नवाजा गया है। कुटलैहड़ में भाजपा के वीरेन्द्र कंवर ने चौथी बार चुनाव जीतकर पार्टी के इस किले को और मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका अदा की और अब उन्होंने कैबिनेट मंत्री बनकर शपथ ली है। कांग्रेस ने आखिरी बार यहां साल 1985 में जीत दर्ज की थी। उसके बाद कांग्रेस ने कई चेहरे बदले लेकिन कांग्रेस की कोई रणनीति यहां नहीं चली और इस जिला के लोगों ने भाजपा में अपना विश्वास दिखाया है। वर्ष 1990 और 1993 के चुनाव में रामनाथ शर्मा ने कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ा था। वर्ष 1998 में राजा महेन्द्रपाल कांग्रेस प्रत्याशी बने लेकिन 3 मतों से भाजपा के रामदास मलांगड़ से पराजित हो गए।


वर्ष 2003 में यहां से कांग्रेस ने महिला सरोज ठाकुर को चुनाव मैदान में उतारा गया लेकिन वह भी पराजित हो गई थी। वर्ष 2007 के चुनावों में फिर से पूर्व विस उपाध्यक्ष रामनाथ शर्मा कांग्रेस टिकट पर मैदान में उतरे परन्तु वह कामयाब नहीं हो पाए थे। वर्ष 2012 में भाजपा से कांग्रेस में गए रामदास मलांगड़ ने भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ा लेकिन वह भी कांग्रेस को जीत नहीं दिलवा पाए थे। इस बार 2017 के चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने पूर्व विस उपाध्यक्ष रामनाथ शर्मा के पुत्र विवेक शर्मा को मैदान में उतारा था लेकिन वह भी जीत दर्ज करने में असफल रहे थे।