बारिश-बर्फबारी से चम्बा-भरमौर NH समेत 44 सड़कें बंद, 2 मकान व एक गऊशाला क्षतिग्रस्त
Saturday, Jan 08, 2022 - 07:39 PM (IST)
चम्बा (काकू): पिछले पांच दिनों से हो रही बर्फबारी व बारिश के कारण जिला में जिंदगी की रफ्तार थम-सी गई है। बर्फबारी व बारिश के कारण जिला में चम्बा-भरमौर एनएच समेत 44 सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हो गई हैं। जानकारी के अनुसार शनिवार को दोपहर बाद करीब 3 बजे चम्बा-भरमौर एनएच पर मैहला के निकट भूस्खलन हो गया, जिससे बड़ी-बड़ी चट्टानें तथा काफी मलबा सड़क पर आ गया। इससे यह मार्ग यातायात के लिए बाधित हो गया। सड़क बंद होने के कारण बसों समेत कई वाहन घंटों फंसे रहे। इससे यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में काफी मुश्किलें उठानी पड़ी। हालांकि सूचना मिलते ही एनएच प्राधिकरण द्वारा दो जेसीबी व लेबर मौके पर भेज दी और मार्ग को बहाल करने में कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया लेकिन लगातार बारिश होने से मलबा गिरता रहा, जिसके चलते देर शाम तक मार्ग को बहाल नहीं किया जा सका। चम्बा-तीसा मार्ग भी पुखरी के समीप भूस्खलन होने से अवरूद्ध हो गया था लेकिन इसे बहाल कर दिया गया है।
2 मकान, एक गऊशाला व सुरक्षा दीवार गिरी
भारी बर्फबारी व बारिश से जिले में 2 कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके अलावा एक गऊशाला ढह गई तथा एक सुरक्षा दीवार भी धराशायी हो गई है। राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी को चोटें नहीं आई हैं। उपमंडल सलूणी की खड़जोता पंचायत के ढल्ला गांव में परवेश कुमार पुत्र पुन्ना राम का कच्चा मकान गिरा है। इसके अलावा भटियात के थुलेल में हुकम सिंह पुत्र रंजीत का मकान क्षतिग्रस्त हुआ है। वहीं सलूणी उपमंडल के पद्धर में एक चंदू की गौशाला तथा सरौथा में रिशु के घर की सुरक्षा दीवार गिर गई है। प्रशासन की ओर से सभी प्रभावितों को फौरी राहत राशि प्रदान कर दी है।
पांगी में 43 सड़कें यातायात के लिए बाधित
वहीं चम्बा-चुवाड़ी-जोत मार्ग को पहले की प्रशासन ने यातायात के लिए बंद कर दिया है क्योंकि इस मार्ग बर्फबारी के बाद फिसलन बढ़ गई है। इस कारण हादसे का अंदेशा बना हुआ है। इसके अलावा पांगी में अब भी 43 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं। इसके अलावा भरमौर व डल्हौजी में 2-2 सड़कें यातायात के लिए अवरूद्ध हो गई है।
47 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त, गहराया पेयजल संकट
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बर्फबारी व बारिश के कारण 47 पेयजल योजनाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसमें भरमौर में सबसे ज्यादा 34 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। इसके अलावा चम्बा में 7 व तीसा में 6 पेयजल योजनाएं ठप्प हो गई हैं। ये पेयजल योजनाएं भूस्खलन की जद में आने से क्षतिग्रस्त हुई है। इससे क्षेत्र में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। सैंकड़ों परिवारों को मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।
84 ट्रांसफार्मर रहे ठप्प
बर्फबारी से जगह-जगह बिजली की खंभे ढह गए हैं, वहीं विद्युत तारें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इससे 84 ट्रांसफार्मर ठप्प हो गए और विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। दुर्गम क्षेत्र पांगी व डल्हौजी में सबसे ज्यादा 23-23 ट्रांसफार्मर बंद हुए हैं। इसके अलावा तीसा में 20, चम्बा में 10, भरमौर में 5 और सलूणी में 3 ट्रांसफार्मर ठप्प रहे। इससे उपभोक्ताओं को काफी मुश्किलें उठानी पड़ीं।
पीडब्ल्यूडी के कर्मचारी व मशीनरी मार्ग बहाली में जुटे
परिवहन निगम के आरएम राजन जम्वाल ने बताया कि कुछ रूटों पर बसें फंसी हुई थी लेकिन आधे रूट तक दूसरी बसें भेजकर यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचा दिया। बर्फबारी के चलते कई क्षेत्रों में आधे रूटों तक ही बसें जा रही हैं। लोक निर्माण विभाग के एसई दीवाकर पठानिया ने कहा कि बारिश व बर्फबारी के कारण प्रभावित हुई सड़कों को लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी व मशीनरी बहाल करने में जुटे हुए हैं। एनएच प्राधिकरण के अधिशासी अभियंता राजीव शर्मा ने बताया कि मैहला के निकट भूस्खलन होने से मलबा सड़क पर आ गया। इस कारण मार्ग बाधित हुआ है। लगातार बारिश होने से मार्ग को बहाल करने में मुश्किलें आ रही है। जल्द मार्ग को बहाल कर दिया जाएगा।
आज भी भारी बर्फबारी के आसार, जिले में अलर्ट जारी
डीसी दुनी चंद राणा ने बताया कि बर्फबारी व बारिश से कुछ मकानों व गऊशालाओं के गिरने की सूचना एसडीएम के माध्यम से मिली है। प्रशासन की ओर से प्रभावितों को फौरी राहत राशि प्रदान कर दी गई है। उन्होंने कहा कि रविवार को भी मौसम विभाग ने बारिश व बर्फबारी होने की संभावना जताई है। इसको देखते हुए प्रशासन ने जिले में अलर्ट जारी कर दिया है।
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