40 साल पुरानी मलाणा क्रीम का साम्राज्य होगा खत्म, सजा तय

Monday, Feb 20, 2017 - 02:12 PM (IST)

कुल्लू (मनमिंदर अरोड़ा): कुल्लू जिला के मलाणा गांव में नशे का कारोबार करने वालों पर 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। मलाणा पंचायत ने खुद एक प्रस्ताव पास किया है जिसके तहत 25 फरवरी के बाद चरस की तस्करी करने पर जुर्माना तय कर दिया गया है। पार्वती घाटी की गोद में बसे इस गांव की चरस दुनिया भर में मशहूर है जिसे मलाणा क्रीम के नाम से जाना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में मलाणा क्रीम के दाम काफी ज्यादा मिलते हैं, इसी वजह से यह गांव भांग की तस्करी को लेकर बदनाम रहा है। यहां पैदा होने वाली चरस में उच्च गुणवत्ता वाला तेल पाया जाता है। प्रशासन यहां पर चरस की खेती करने को हतोत्साहित करने के लिए लगातार अभियान चलाता है लेकिन फिर भी मलाणा गांव से भारी मात्रा में भांग और चरस की तस्करी होती है।


दुनिया का सबसे पुराना लोकतंत्र 
मलाणा गांव दुनिया को लोकतंत्र सिखाने वाला पहला गांव है। मलाणा क्रीम की बदनामी को छोड़ देें तो पहाड़ों की गोद में बसा यह गांव आज भी बरसों पुरानी अपनी समृद्ध संस्कृति को समेटे हुए है। मलाणा, देश का इकलौता ऐसा गांव है, जहां लोगों का अपना ही प्रशासन है। यहां सभी फैसले देव नीति से होते हैं और यहां के अपने ही कानून हैं। इसमें सरकार भी दखलअंदाजी नही करती।