कांगड़ा व चम्बा के 4 युवा सेना में बने लैफ्टिनैंट, प्रदेश का बढ़ाया मान

Sunday, Jun 13, 2021 - 10:58 PM (IST)

कांगड़ा/चम्बा (ब्यूरो): मिलिटरी अकादमी देहरादून में पासिंग आऊट परेड में भारतीय सेना को मिले नए ऑफिसरों में हिमाचल प्रदेश के कई युवा देश सेवा के लिए लैफ्टिनैंट बनकर निकले हैं। इनमें कांगड़ा जिले के देहरा उपमंडल के अंतर्गत बनखंडी के लछूं गांव के शुभम डढवाल, पालमपुर के घुग्घर के अंशुमन ठाकुर, परागपुर के गढ़ गांव के आदित्य पटियाल, चम्बा जिले के हटली बल्ला गांव के सौरभ अवस्थी भी शामिल हैं। बनखंडी के लछूं गांव के शुभम डढवाल लैफ्टिनैंट बनने के बाद अब जोधपुर में सेवाएं देंगे। शुभम ने प्रारंभिक शिक्षा डीएवी बनखंडी, 10वीं सैनिक स्कूल जोधपुर और 12वीं जीएवी पब्लिक स्कूल कांगड़ा से की है। वर्ष 2012 में शुभम का सेना में चयन हुआ था। आर्मी में रहते हुए उन्होंने एसीसी कमीशन पास किया और 4 वर्ष के प्रशिक्षण के बाद उन्हें लैफ्टिनैंट की उपाधि से नवाजा गया। शुभम डढवाल के पिता दलबीर डढवाल भी सेना में थे, जो नायब सूबेदार पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, जबकि माता राजकुमारी गृहिणी हैं।

आदित्य पटियाल ने माता-पिता व शिक्षकों को दिया सफलता का श्रेय

परागपुर के गढ़ गांव के आदित्य पटियाल इंडियन आर्मी में लैफ्टिनैंट बने हैं। आदित्य पटियाल के पिता भी बीएसएफ में सेवाएं दे चुके हैं। आदित्य की 10वीं तक की शिक्षा सैक्रेड हार्ट स्कूल धर्मशाला में हुई, जबकि सैंट स्टीफंस चंडीगढ़ में 12वीं नॉन-मैडीकल में की और फिर 2017 में एसएसबी की परीक्षा इलाहाबाद में दी और एनडीए खडग़वासला में और 3 वर्ष की डिग्री जेएनयू में बीएससी कम्प्यूटर साइंस के बाद आईएमए देहरादून में प्रवेश पाया और एक वर्ष बाद लैफ्टिनैंट बनकर पासिंग आऊट परेड में हिस्सा लिया, जिसके बाद 19 गढ़वाल राइफल ज्वाइन की। आदित्य पटियाल के पिता प्रमोद पटियाल बतौर असिस्टैंट कमांडैंट बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स में सेवाएं दे चुके हैं और वर्तमान में ढलियारा कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता कविता गृहिणी हैं। छोटा भाई पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटैक का छात्र है।

अंशुमन ठाकुर बने सेना में लैफ्टिनैंट

पालमपुर के घुग्घर के युवक अंशुमन ठाकुर ने सेना में लैफ्टिनैंट पद हासिल कर गांव व माता-पिता का नाम रोशन किया है। अंशुमन ने प्लस टू के बाद भारतीय रक्षा अकादमी खडग़वासला पुणे में 3 वर्ष और भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में एक वर्षीय कठिन प्रशिक्षण के बाद पासिंग आऊट परेड में यह पद हासिल किया। अंशुमन के दादा टेक सिंह ठाकुर रेलवे में अधिकारी रह चुके हैं, जबकि पिता सुरेंद्र ठाकुर वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जिया में प्रधानाचार्य हैं और माता शैली अध्यापिका हैं। अंशुमन के नाना मिलाप चंद मिन्हास और नानी उषा मिन्हास भी शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हैं। अंशुमन माऊंट कार्मेल स्कूल पालमपुर के होनहार छात्र रहे हैं। अंशुमन ने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों और सहपाठियों को दिया है।

हटली बल्ला का सौरभ बना लैफ्टिनैंट

कांगड़ा-चम्बा सीमा पर शाहपुर के साथ लगते गांव हटली बल्ला तहसील सिहुंता जिला चम्बा के सौरभ अवस्थी आईएमए देहरादून से पासआऊट होकर रविवार को अपने घर पर पहुंचे, जहां एक सादे समारोह में उनका स्वागत किया गया। सौरभ अवस्थी का पैतृक गांव सदूं शाहपुर उपमंडल में है तथा सौरभ के दादा भी सेना से सेवानिवृत्त हुए थे। सौरभ के पिता सुशील अवस्थी सेना में कैंटीन कांट्रैक्टर का कार्य कर चुके हैं, जबकि माता शशि अवस्थी गृहिणी हैं तथा भाई जापान में जॉब करते हैं। सौरभ अवस्थी की प्रारंभिक शिक्षा मेरठ से हुई तथा उन्होंने जीएवी पब्लिक स्कूल कांगड़ा से प्लस टू की शिक्षा ग्रहण की। इसके पश्चात चितकारा यूनिवॢसटी बद्दी कैंपस से बीटैक करने के उपरांत कैपजेमिनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्य किया, परंतु उक्त नौकरी को छोड़ कर एनडीए की परीक्षा पास की तथा इंडियन मिलिटरी एकैडमी (आईएमए) देहरादून से बतौर लैफ्टिनैंट पासआऊट हुए। अब वह सिग्नल कोर में सेवाएं देंगे।

Content Writer

Vijay