Watch Video: 350 महिलाओं ने मालरोड पर एक साथ डाली कुल्लवी नाटी

Wednesday, Jan 03, 2018 - 11:06 PM (IST)

मनाली: पारम्परिक कुल्लवी नाटी प्रतियोगिता राष्ट्र स्तरीय कार्निवाल के दूसरे दिन आकर्षण का केंद्र रही। नाटी में नग्गर खंड के राइट बैंक साइट के 33 महिला मंडलों की लगभग 350 महिलाओं के कदम एक घंटे तक माल रोड मनाली में थिरकते रहे। कुल्लवी परिधान में एक ही रंग में सजी इन महिलाओं ने एक ताल में नृत्य कर दर्शकों सहित पर्यटकों का मन मोह लिया। कार्निवाल के 2 दिन पहला राऊंड आयोजित किया गया जबकि 5 जनवरी को दूसरा राऊंड आयोजित किया जाएगा, जिसमें नगर खंड लैफ्ट बैंक के महिला मंडल भाग लेंगे। कार्निवाल के अंतिम दिन राइट बैंक और लैफ्ट बैंक की महिलाएं कुल्लवी नाटी के फाइनल में अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाएंगी। 

इन महिला मंडलों ने लिया नाटी में भाग
नाटी में शनाग, मालीपथर रायसन, नसोगी, बराण, डेफरी, सुमली, 18 मील, बलसारी, फोजल, रूंगा, डूंगरी, मनाली, छियाल, बैंची, मनाली गांव, मलोगी, मझाच, नेरी, क्लाथ, गधेरनी, डोभा, पूजन, रियाडा, सिमसा, बराण, शलीगंचा, भाटग्रां, बंदरोल, नंगा बाग, गधेरनी, पनग्रां, कन्याल व शलीण महिला मंडल की महिलाओं ने भाग लिया। दूसरी ओर कुल्लू का प्राचीन हौरन नृत्य भी रोचक रहा। महिलाओं ने माल रोड में हौरन नृत्य की बेहतरीन प्रस्तुति दी। हौरन नृत्य प्रतियोगिता में महिला मंडल मनाली गांव, शनाग व ढुंगरी ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता की फाइनल प्रस्तुति भी 6 जनवरी को होगी।

हौरन नृत्य का यह है महत्व 
 देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को कुल्लवी संस्कृति से रू-ब-रू करवाने वाले कुल्लवी संस्कृति के विशेषज्ञ दयालु राम ने हौरन नृत्य बारे कहा कि यह नृत्य देवताओं के भंडार भरने व देव कार्य को आयोजित करने के लिए किया जाता था। हौरन नृत्य करने वालों को ग्रामीण बदले में अनाज देते थे। फसल के तैयार होने की खुशी में भी इस नृत्य को आयोजित किया जाता था। एस.डी.एम. मनाली एच.आर. बैरवा ने कहा कि पर्यटकों के मनोरंजन और उन्हें कुल्लू की संस्कृति से रू-ब-रू करवाने के लिए माल रोड में अनेकों प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।