धर्मशाला रोजगार कार्यालय में बेरोजगार 32 हजार और नौकरियां मिलीं सिर्फ 3300

Monday, Jan 21, 2019 - 10:52 AM (IST)

धर्मशाला : जिला रोजगार कार्यालय में बेरोजगारों का ग्राफ दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में पढ़ने-लिखने के बाद बेरोजगारी के लिए बदहाली का सबब बन गई है। यह बदहाली के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं। जिले में औद्योगिक क्षेत्र का अभाव, लघु उद्योगों के प्रति जागरूकता की कमी व प्रशिक्षण के बाद संबंधित विभाग द्वारा मुंह मोडऩा भी जिले में बेरोजगारी की संख्या में मददगार साबित हो रहा है।

रोजगार कार्यालय में उपलब्ध डाटा के अनुसार वर्ष 2018 के अंत तक जिला कांगड़ा में बेरोजगारों की कुल संख्या लगभग 2 लाख है। क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय धर्मशाला में अप्रैल से दिसम्बर माह के दौरान लगभग 32 हजार बेरोजगारों ने रोजगार कार्यालय में अपना नाम पंजीकृत करवाया है। अप्रैल से दिसम्बर तक धर्मशाला क्षेत्रीय रोजगार कार्यालय द्वारा 2 जॉब फेयर का आयोजन भी किया गया, जिसमें पहले डाडासीबा में लगाए गए जॉब फेयर में 550 बेरोजगारों को रोजगार मिला, वहीं दूसरा जॉब फेयर सुलह में लगाया गया, जिसमें जिला के 880 बेरोजगारों को रोजगार का अवसर प्रदान किया गया। इसके बावजूद बेरोजगारी नाम की इस बीमारी का स्थायी इलाज नहीं हो पा रहा है, वहीं अप्रैल से दिसम्बर माह की बात करें तो जिला कांगड़ा के 3300 बेरोजगारों को रोजगार मिला है।

इन 3300 पदों में से 400 सरकारी पदों व 2900 प्राइवेट पदों पर नियुक्त हुए हैं। जिला के बेरोजगारों की स्थिति जिला कांगड़ा में बेरोजगार महिला एवं पुरुषों की बात करें तो करीब 1 लाख 6 हजार पुरुष व 84 हजार महिलाएं रोजगार से वंचित हैं। जिला में बेरोजगारों की आयु सीमा सामान्य वर्ग में 14 से 45 साल व आरक्षित वर्ग में 14 से 50 वर्ष तक है। इन बेरोजगारों में दसवीं और जमा 2 तक शिक्षा प्राप्त किए हुए बेरोजगारों की कुल संख्या 1 लाख 35 हजार है, वहीं ग्रैजुएट की संख्या 29 हजार तथा पोस्ट ग्रैजुएट किए हुए लगभग 18 हजार से अधिक बेरोजगार जिला कांगड़ा में हैं। जबकि जिला कांगड़ा में निरक्षर बेरोजगारों की संख्या 50 हजार के करीब पाई गई है।
 

kirti