स्मार्ट मीटर लगाने के बाद भी 30 हजार उपभोक्ताओं पर आई मुसीबत, पढ़ें पूरी खबर

Monday, Oct 30, 2017 - 10:01 AM (IST)

शिमला: नगर निगम शिमला ने शहर में तकरीबन 30 हजार घरेलू उपभोक्ताओं को पानी के बिल जारी कर दिए हैं। नगर निगम की ओर से फिलहाल फ्लैट रेट पर ही बिल जारी किए गए हैं, जिससे आम जनता में रोष है। हाईकोर्ट के आदेशानुसार मीटर लगने के बाद मीटर रीडिंग पर ही बिल जारी किए जाने चाहिए थे लेकिन अभी भी फ्लैट रेट पर ही लोगों को बिल जारी किए गए हैं। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि पूरे शहर में पुराने मीटरों को बदला जाना है और उसके स्थान पर स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। अब तक करीब 15 हजार स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, ऐसे में जब तक पूरे शहर में स्मार्ट मीटर नहीं लग जाते तब तक उपभोक्ताओं को फ्लैट पर ही बिल जारी किए जाएंगे। 

नगर निगम प्रशासन ने सितम्बर माह में ऐलान किया
इस प्रक्रिया में अभी 2 से 3 माह का समय लगेगा। उधर, नगर निगम शिमला द्वारा बिना पेयजल की सप्लाई किए पानी के बिल फ्लैट रेट पर या एवरेज देने को लेकर संस्था सिटीजन राइट प्रोटैक्शन फोरम ने निगम को घेरने की तैयारी शुरू कर दी है। संस्था ने चेतावनी दी है कि  फोरम नगर निगम प्रशासन को अंडर सैक्शन 80 सी.पी.सी. व एम.सी. एक्ट के उल्लंघन के लिए नोटिस देगा और यदि आवश्यकता पड़ी तो संस्था न्यायालय की भी शरण लेगा। फोरम के अध्यक्ष देश बंधु सूद और महासचिव हरीश गुलेरिया ने कहा कि नगर निगम प्रशासन ने सितम्बर माह में ऐलान किया था कि शहर में पानी के बिल मीटर रिडिंग के आधार पर दिए जाएंगे।

पानी की खपत के अनुसार ही देना होगा बिल
शहर के विकासनगर, न्यू शिमला, कुसुम्पटी और विकासनगर सहित कुछ एक वार्ड ऐसे हैं जहां पर जनवरी और फरवरी माह में ही स्मार्ट मीटर लगा दिए गए थे। 
मीटर लगाने के बाद लोगों को आश्वासन दिया गया कि अब उन्हें पानी की खपत के अनुसार ही बिल देना होगा लेकिन अभी तक ऐसी कोई प्रक्रिया शहर में शुरू ही नहीं हो पाई है, जिससे लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है।

बिल जमा करने की अंतिम तिथि 1 नवम्बर 
उपभोक्ताओं को अप्रैल से अगस्त माह तक के बिल एक साथ जारी किए गए हैं। बिल जमा करवाने की अंतिम तिथि 1 नवंबर रखी गई है उसके बाद नगर निगम सरचार्ज लगाएगा। उपभोक्ता नगर निगम वाटर ब्रांच या सुगम सुविधा केंद्र में बिल जमा करवा सकते हैं।