Promotion : पंचायती राज विभाग के तकनीकी विंग में 30 कनिष्ठ अभियंता बने सहायक अभियंता

Sunday, Mar 15, 2020 - 10:07 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): सरकार ने पंचायती राज विभाग के जिला परिषद कैडर के तकनीकी विंग में 30 कनिष्ठ अभियंताओं की नियमित सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नति की है। इसको लेकर पिछले 7 महीनों से विभाग व प्रदेश कनिष्ठ अभियंता संघ के बीच चल रहा गतिरोध समाप्त हो गया है। विभागीय पदोन्नति कमेटी (डीपीसी) ने इस पर अपनी मोहर लगा दी है। इसके लिए सचिव पंचायती राज विभाग की अध्यक्षता में विभागीय छानबीन समिति का गठन किया गया था, जिसमें निदेशक एवं विशेष सचिव पंचायती राज, संयुक्त निदेशक एवं संयुक्त सचिव पंचायती राज और अतिरिक्त निदेशक पंचायती राज इस कमेटी के सदस्य थे।

पिछले काफी समय से लटका हुआ था पदोन्नति का मामला

सरकार द्वारा गठित किए गए तकनीकी विंग में सहायक अभियंता की अधिशासी अभियंता के पद पर पहले ही पदोन्नति हो गई थी लेकिन सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नति का मामला पिछले काफी समय से लटका हुआ था। इस कारण सरकार द्वारा बनाए गए इस तकनीकी विंग पर भी सवाल उठने शुरू हो गए थे। इन हालातों में कनिष्ठ अभियंताओं से ही सहायक अभियंता का काम लिया जा रहा था। सहायक अभियंता की नियुक्ति होने से अब विभागीय विकास कार्यों में तेजी आएगी।

सहायक अभियंता के 32 पद थे रिक्त

पंचायती राज विभाग के जिला परिषद कैडर के तकनीकी विंग में 36 पद सृजित किए गए थे, जिनमें से 32 पद रिक्त थे। इसमें सरकार ने 10 प्रतिशत का कोटा डिजाइन अभियंता की श्रेणी को प्रदान करने का निर्णय लिया था। राज्य स्तर पर कनिष्ठ अभियंताओं की वरिष्ठता सूची के आधार पर 30 सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नति की गई है। स्नातक कनिष्ठ अभियंताओं की पदोन्नति के लिए कम से कम 3 वर्ष का नियमित और गैर-स्नातक कनिष्ठ अभियंताओं के लिए 7 वर्ष नियमित सेवाकाल का प्रावधान रखा गया था। राज्य की पारस्परिक वरिष्ठता सूची के अनुसार सामान्य वर्ग से 24, अनुसूचित जाति से 4 तथा अनुसूचित जनजाति से 2 कनिष्ठ अभियंता सहायक सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नत हुए हैं।

डिजाइन अभियंता की नहीं हुई पदोन्नति

तकनीकी विंग में सहायक अभियंता के 2 पद पर डिजाइन अभियंता की पदोन्नति होनी थी लेकिन वर्तमान में डिजाइन अभियंता नियमानुसार 3 वर्ष की नियमित सेवा अवधि की वांछित योग्यता पूरी नहीं कर रहे थे। इस कारण इस वर्ग से सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नति नहीं हुई है।

2 कनिष्ठ अभियंताओं का मामला विचाराधीन

सहायक अभियंता के पद पर पदोन्नत हुए 2 कनिष्ठ अभियंताओं को उनके खिलाफ  चले विचाराधीन मामले निपटाने के बाद ही पदोन्नति का लाभ मिलेगा। एक कनिष्ठ अभियंता की 240 दिनों की अनधिकृत अनुपस्थित अवधि के अवकाश स्वीकृति का मामला मुख्य कार्यकारी अधिकारी कार्यालय के पास विचाराधीन है। इसी तरह एक कनिष्ठ अभियंता का भी 138 दिनों की अनधिकृत अनुपस्थित अवधि का मामला मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पास विचाराधीन है। इस कारण इन दोनों कर्मचारियों की पदोन्नति की सिफारिश सीलबंद लिफाफे में रखी गई है।

तकनीकी विंग में इनकी हुई पदोन्नति

जिला परिषद शिमला से प्रदीप मेहता, राजेश कुमार राणा, प्रेम चंद शर्मा, राजेन्द्र चंद शर्मा, रामानंद चौहान, विपिन कुमार, संजीव कुमार मखैक व अनिल रांटा, मंडी से कैलाश चंद, योगेश शर्मा, जितेन्द्र पाल व सूरजमणि, ऊना से मंजीत सिंह व राकेश कुमार, सिरमौर से संदीप चौहान, संजय कांत, नागेंद्र दत्त शर्मा, सुरजीत व वेद प्रकाश, कांगड़ा से अमन रिहालिया व अजय डोगरा, कुल्लू से बाल चंद गौतम व टेक चंद शर्मा, चम्बा से राजेश कुमार, जितेन्द्र नैय्यर, उपेन्द्र शर्मा, बृज मोहन व मनोज कुमार, सोलन जिला परिषद से सोमेश शर्मा और लाहौल-स्पीति जिला परिषद से प्रीतम सिंह की पदोन्नति हुई है।

तकनीकी विंग में सृजित हुए पद

सरकार ने 23 जुलाई, 2019 को पंचायती राज विभाग में तकनीकी विंग स्थापित करने की अधिसूचना जारी की थी। इस विंग में अधिशासी अभियंता के 3, सहायक अभियंता के 36, डिजाइन अभियंता के 17, ड्राफ्ट्समैन के 35 तथा तकनीकी सहायक के 1,081 पद सृजित किए। जिला परिषद में पहले से ही कनिष्ठ अभियंता के 317 पद हैं।

 

Vijay