गरीबों के नाम पर वाहन फाइनेंस करवाकर बेचने पर 3 गिरफ्तार

Tuesday, Oct 08, 2019 - 11:58 AM (IST)

सोलन (ब्यूरो): सोलन व शिमला से गरीब लोगों को झांसा देकर उनके नाम पर महंगी गाड़ियां फाइनेंस करवाकर बाद में उसे आगे बेचने के मामले में विजीलैंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो सोलन की टीम ने 3 लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। इस मामले में कुछ अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है। अहम बात यह है कि आरोपी सोलन व शिमला में लोगों से नाम बदलकर डील किया करते थे, जबकि उनके असली नाम कुछ और हैं। विजीलैंस ने ऐसे 3 वाहनों को भी बरामद किया है, जबकि अन्य कुछ वाहन अगले कुछ दिनों में बरामद हो सकते हैं। 

जानकारी के अनुसार विजीलैंस को विभिन्न लोगों से करीब 9 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। कुछ लोगों ने उन्हें यह झांसा देकर उनसे महंगे वाहन फाइनांस करवाए कि इन वाहनों को वे विभिन्न कंपनियों में लगवाएंगे और उन्हें 30 हजार रुपए महीना मिलेगा। लोगों ने इस लालच में आकर विभिन्न दस्तावेज देकर वाहन फाइनांस करवा दिए। इसके बाद इन्होंने इन वाहनों को लेकर आगे लोगों को बेच दिया। जब लोगों को 30 हजार रुपए नहीं मिले और फाइनेंसरों के पास गाड़ी की किस्तें बकाया हो गईं तो लोगों ने यह कार्य करवाने वाले लोगों से अपने वाहन वापस मांगे, लेकिन वे आनाकानी करने लगे। इसके बाद मामले की शिकायत विजीलैंस के पास पहुंची। विजीलैंस टीम ने शिकायतों के आधार पर मामले की जांच शुरू की और पाया कि सुशील, हरप्रीत उर्फ हन्नी व सुखवीर ने यह कार्य किया है और उनकी तलाश शुरू की।

जांच में विजीलैंस ने पाया कि इन तीनों आरोपियों ने जो नाम सोलन व शिमला में लोगों को अपनी पहचान के लिए बताए थे, वे इनके असली नाम नहीं हैं। जांच के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को कालका, मोहाली व पटियाला से गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान अमित कुमार निवासी कालका, प्रदीप निवासी मोहाली और विमल निवासी पटियाला के तौर पर हुई है। डी.एस.पी. संतोष शर्मा ने कहा कि आरोपियों से पूछताछ के बाद इनकी निशानदेही पर 3 वाहनों को बरामद कर लिया है। उन्होंने बताया कि इनमें से 1 आरोपी विमल कालरा पर पहले भी फर्जीवाड़े का मामला दर्ज है।
 

Ekta