रिश्वतकांड के तीनों आरोपी हमीरपुर कोर्ट में पेश, पुलिस रिमांड पर भेजे

Thursday, Jan 31, 2019 - 06:11 PM (IST)

हमीरपुर (राकेश पाल): पांवटा साहिब में एक स्टोन क्रशर की निरीक्षण रिपोर्ट पर एस.डी.एम. के हस्ताक्षर करवाने को लेकर एक लाख रुपए की रिश्वत के आरोप में गिरफ्तार तीनों आरोपियों को वीरवार को हमीरपुर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आरोपियों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। इस दौरान विजीलैंस टीम आरोपियों से पूछताछ करेगी। बता दें कि विजीलैंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो की टीम ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए एक दलाल को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था जबकि दूसरे दलाल को भी पांवटा साहिब से ही गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान एक एच.ए.एच. अधिकारी एच.एस. राणा जोकि टैकनिकल यूनिवर्सिटी हमीरपुर में तैनात हैं, उन्हें भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था।

पांवटा साहिब में बतौर एस.डी.एम. तैनात थे एच.एस. राणा

बता दें कि टैकनिकल यूनिवर्सिटी हमीरपुर में तैनात रजिस्ट्रार एच.एस. राणा इससे पहले पांवटा साहिब में बतौर एस.डी.एम. तैनात थे और एक स्टोन क्रशन की एन.ओ.सी. को लेकर एक फाइल पर उनके हस्ताक्षर होने बाकी थे। इसी हस्ताक्षर की एवज में एक लाख रुपए रिश्वत की मांग की जा रही थी। शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एंटी क्रप्शन व विजीलैंस विभाग हमीरपुर को दी।

फाइल पर साइन करते ही हिरासत में लिए एच.एस. राणा

पांवटा साहिब में जैसे ही एक दलाल को एक लाख रुपए की घूस दी गई तो इसकी सूचना चंडीगढ़ में मौजूद तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में तैनात रजिस्ट्रार (एच.ए.एस. अधिकारी) एस.एच. राणा को दी गई। वहां शिकायतकर्ता फाइल सहित हस्ताक्षर करवाने के लिए पहले से ही मौजूद था। एच.ए.एस. अधिकारी एच.एस. राणा ने जैसे ही फाइल पर साइन किए तो उन्हें भी पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया।

दिसम्बर, 2017 से शुरू हुआ मामला

मामला दिसम्बर, 2017 से पहले शुरू हुआ। उस समय पांवटा साहिब के एसडीएम के पद पर एचएस राणा तैनात थे। विनायक स्टोन क्रशर की निरीक्षण रिपोर्ट पर कमेटी के तमाम सदस्यों के हस्ताक्षर हो गए, लेकिन एस.डी.एम. के स्तर पर इसे पैंडिंग रखा गया। सूत्रों के मुताबिक एस.डी.एम. ने विनायक स्टोन क्रशर के प्रबंधक को शुलभ अग्रवाल नाम के व्यक्ति से संपर्क करने को कहा। इस पर एक लाख रुपए की डिमांड हुई। इसी बीच शुलभ अग्रवाल ने शिकायतकर्ता से रितेश बंसल को एक लाख रुपए देने को कहा।

शिकायतकर्ता ने दूसरे व्यक्ति के माध्यम से दी थी राशि

जींद के रहने वाला शिकायतकर्ता खुद चंडीगढ़ में था जबकि उसने एक लाख रुपए की राशि अन्य व्यक्ति के माध्यम से दलाल रितेश बंसल को दी। स्टेट विजीलैंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने 4-5 टीमों का गठन किया हुआ था। हमीरपुर के डी.एस.पी. (स्टेट विजीलैंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो) बी.डी. भाटिया का कहना था कि अलग-अलग जगहों पर एक साथ दबिश दी गई। उन्होंने कहा कि मामले की गहनता से जांच जारी है।

Vijay