एड्स के नए मामलों में आई 27 प्रतिशत कमी: सी.एम.ओ.

punjabkesari.in Wednesday, May 12, 2021 - 04:31 PM (IST)

बिलासपुर (ब्यूरो): एड्स बीमारी 1981 के दशक में शुरू हुई है जिसका आज भी कोई इलाज नहीं है। सही जानकारी व जागरूकता ही इस बीमारी से बचाव है। यह बात सी.एम.ओ. बिलासपुर डा. प्रकाश दरोच ने कही। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के कारण 2010 से 2017 तक नए केसों में 27 प्रतिशत तथा एड्स के कारण होने वाली मौतों में 56 प्रतिशत की कमी आई है। हिमाचल सरकार ने एड्स उन्मूलन के लिए 2030 का लक्ष्य रखा है जिसके लिए राज्य एड्स नियंत्रण समिति द्वारा 47 आई.सी.टी.सी. केंद्रों के माध्यम से सेवाएं दी जा रही है।
उन्होंने बताया कि एच.आई.वी./एड्स से प्रभावित माता-पिता के बच्चों को उम्र के अनुसार 300 से 800 रुपए की आॢथक सहायता 18 वर्ष तक दी जाती है। इसके अतिरिक्त एच.आई.वी./एड्स के सभी रोगियों के लिए 1500 रुपए की मासिक सरकार द्वारा आर्थिक सहायता भी दी जाती है। एड्स लाइलाज रोग है पर अब रोगी को एंटी रिटरावाइल ट्रीटमैंट देकर उसकी उमर बढ़ जाती है, जबकि यौन संचारित रोगों का उपचार शत प्रतिशत संभव है।
समय पर इन रोगों का उपचार न होने पर व्यक्ति को एच.आई.वी./संक्रमण का खतरा 10 गुणा अधिक हो जाता है। जिला में अब तक 278 एच.आई.वी./एड्स के मरीज एंटी रिटरावाइल ट्रीटमैंट ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि एड्स प्रभावित व्यक्ति को इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला, राजकीय चिकित्साल्य हमीरपुर, राजकीय चिकित्सालय महाविद्यालय टांडा और ए.आर.टी. सैंटर बिलासपुर व अन्य सभी जिलों में उपचार के लिए दवा मुफ्त उपलब्ध है तथा रोगी व्यक्ति के साथ एक व्यक्ति के आने-जाने का किराया भी देय है।


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News Editor

Rajneesh Himalian

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