बर्फ में फंसे 250 यात्री, प्रशासन ने ऐसे किया रैस्क्यू

Thursday, Jan 25, 2018 - 12:19 AM (IST)

शिमला: बर्फबारी के कारण राजधानी शिमला के ऊपरी क्षेत्रों में फंसे लोगों को रहने व खाने के लिए जिला प्रशासन को देर शाम तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। बर्फबारी के चलते मतियाना के निकट करीब 250 पर्यटक फंस गए थे उन्हें प्रशासन ने सुरक्षित निकाला, ऐसे में उन्हें रात भर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए प्रशासन के कड़े प्रयासों के बाद उचित इंतजाम किए गए। जिलाधीश शिमला अमित कश्यप ने बताया कि बर्फ बारी से प्रभावित सभी क्षेत्रों में लोगों की राहत के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जा रहा है। जिला के दूरदराज क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण यातायात के लिए बंद हुई सड़कों को खोलने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं तथा अधिकांश क्षेत्रों में सड़क मार्ग को बहाल कर दिया गया है।

बसों व अन्य वाहनों में फंसे हुए थे यात्री
मंगलवार को हुई बर्फबारी के कारण मतियाना के पास सड़क में फंसी बसों व अन्य वाहनों के यात्रियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गईं, उन्हें राहत पहुंचाने के लिए सभी जरूरी कदम समयबद्ध उठाए। लगभग 250 यात्रियों की रात में रहने की व्यवस्था ठियोग व मतियाना में की गई। इसके साथ ही शिमला शहर में बर्फ बारी से प्रभावित सड़कों को खोलने के लिए नगर निगम शिमला और लोक निर्माण विभाग द्वारा समयबद्ध संयुक्त रूप सें कदम उठाए गए। शिमला शहर में यातायात के लिए सभी सड़कें बहाल कर दी गई हैं। जिला प्रशासन द्वारा सभी अधिकारियों को बर्फ बारी से प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत, जलापूर्ति व परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं।

नारकंडा में होमगार्ड जवानों ने निकाले 4 लोग
उधर, नारकंडा में बर्फबारी के साथ ही हिंदुस्तान तिब्बत राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 बुधवार को दोपहर बाद यातायात के लिए बहाल कर दिया है। बर्फबारी से नारकंडा के निकट बारूबाग कैंची में बर्फबारी फंसे 4 लोगों को होमगार्ड कंपनी कुमारसैन के जवानों ने सकुशल निकाला और उन्हें भोजन की व्यवस्था कर वहां से रवाना किया। होमगार्ड कंपनी कुमारसैन के कंपनी कमांडर रमेश शर्मा और वरिष्ठ प्लाटून कमांडर रोहिन पमराल के नेतृत्व में बर्फबारी में फं से 4 युवकों को सुरक्षित निकाला।