कैबिनेट के विस्तार में पिछड़ा हमीरपुर, 21 वर्ष बाद न मुख्यमंत्री और न ही कोई मंत्री

Thursday, Dec 28, 2017 - 12:43 AM (IST)

हमीरपुर: वर्ष 1998 के बाद करीब 21 वर्षों में पहली बार ऐसा हुआ कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद हमीरपुर जिला से न मुख्यमंत्री बना और न ही कोई मंत्री बन पाया। 2017 विस चुनावों में इस बार हमीरपुर जिला के 5 विस क्षेत्रों में से 2 विस क्षेत्रों हमीरपुर और भोरंज में ही भाजपा के विधायक जीते हैं जबकि बड़सर, नादौन और सुजानपुर में कांग्रेस के विधायक जीते हैं। पहली बार हमीरपुर जिला में भाजपा की इतनी दुर्दशा हुई है, जिसके सदमे से अभी हमीरपुर जिला के लोग उबरे ही नहीं थे, वहीं बुधवार को हुए भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार से हमीरपुर से किसी को मंत्री न बनाए जाने पर हमीरपुर जिला में मायूसी छा गई है। 

जगदेव ठाकुर के बेटे से थीं काफी आशाएं
जनसंघ के संस्थापक सदस्य और भाजपा सरकार में मंत्री रहे जगदेव ठाकुर के बेटे नरेंद्र ठाकुर दूसरी बार विधायक बनकर विधानसभा पहुंचे थे। उनसे जिला के लोगों को काफी आशाएं थीं कि वह जरूर मंत्री बनेंगे क्योंकि जिला से सी.एम. कैंडीडेट हारने के उपरांत भी लोग मंत्री पद चाह रहे थे लेकिन विधायक नरेंद्र ठाकुर को मंत्रिमंडल में जगह न मिलने से जिला के लोग मायूस हो गए हैं, वहीं भोरंज विस क्षेत्र से पहली बार विधायक बनी दलित महिला कमलेश कुमारी को भी मंत्रिमंडल में जगह पाने की चर्चाएं तेज थीं लेकिन वह भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना पाईं। 

हमेशा से राजनीति का गढ़ रहा है हमीरपुर
भाजपा सविच विजय पाल सोहारू ने बताया कि हमीरपुर हमेशा से ही राजनीति का गढ़ रहा है तथा इस बार मंत्रिमंडल का आकार छोटा हुआ है, लेकिन अभी भी हमीरपुर जिला से किसी एक विधायक को जरूर सरकार में जगह मिलेगी।