वर्कशॉप में जंग खा रही निगम की 21 लो फ्लोर बसें

Monday, Oct 08, 2018 - 03:41 PM (IST)

ऊना (सुरेन्द्र): एच.आर.टी.सी. द्वारा खरीदी गई लो फ्लोर बसें बुरी तरह से जंग का शिकार हुई हैं। करीब 21 लो फ्लोर बसों के टायर और बैटरियां खराब हो गए हैं। यही नहीं इन बसों की सीटें भी फट गई हैं। कइयों के शीशेे टूट चुके हैं। एच.आर.टी.सी. वर्कशॉप में खड़ी इन बसों में पानी भरने से यह जंग का शिकार हो गई हैं। करोड़ों रुपए की लागत से खरीदी गई यह बसें विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है। जहां इन बसों को जिला के लोगों की सुविधाओं के लिए सड़कों पर दौड़ाया जाना चाहिए था वहीं इन बसों को वर्कशाप में खड़ा कर रखा गया है। 

पिछले दिनों हुई निजी बसों की हड़ताल के दौरान जहां पूरे जिला में बसों का टोटा रहा तो वहीं यह बसें यहीं खड़ी रहीं। कुछ बसें अदालती केसों के चलते रोकी गईं थी लेकिन अब उनसे निपटारा होने के बाद भी इन बसों को अभी तक सड़कों पर नहीं उतारा जा सका है। जंग खाती इन बसों की न तो सुध ली जा रही है और न ही इन्हें लोगों की सुविधा के लिए वर्कशाप से बाहर भेजा जा रहा है। एच.आर.टी.सी. संयुक्त संघर्ष समिति के महासचिव नरेश कुमार व चालक संघ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार का कहना है कि अधिकतर बसें बदहाल हो चुकी हैं। लाखों रुपए की इससे क्षति हुई है। 

बसें खड़ी होने से टायर और बैटरियां जवाब दे गए हैं। बसों के अंदर सीटें भी खराब हुई हैं और पानी भरने से इनमें जंग भी लग रहा है। इसके लिए उन्होंने एच.आर.टी.सी. के प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। कर्मचारी नेताओं का कहना है कि एक तरफ सडक़ों पर बसों का टोटा है तो दूसरी तरफ इन बसों को सडऩे के लिए छोड़ा गया है। इससे सरकार को भी लाखों रुपए का नुक्सान हुआ है। एच.आर.टी.सी. के ऊना स्थित आर.एम. जे.एन. वद्धन का कहना है कि बसें सही हालत में हैं। कोर्ट केस के चलते यह बसें चलाई नहीं जा रहीं थीं। सभी बसों को दुरुस्त किया गया है। शीघ्र ही इन्हें सड़कों पर उतारा जाएगा।

Ekta