2005 में जनता पर थोपे तुगलकी फरमान को पलटे सरकार

Tuesday, May 22, 2018 - 02:21 PM (IST)

चम्बा (विनोद): सोमवार को जिला मुख्यालय में चंबा वैल्फेयर एसोसिएशन की बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के अध्यक्ष आर.के. महाजन ने की। बैठक में इस बात पर रोष जताया गया कि प्रदेश की गरीब जनता पर वर्ष 2005 में एक तुगलकी फरमान थोपा गया। इस वजह से हर वर्ष प्रदेश की जनता पर 10 प्रतिशत आर्थिक बोझ पानी के बढ़े हुए बिलों के रूप में पड़ रहा है। इस बारे जानकारी देते हुए अध्यक्ष आर.के. महाजन ने कहा कि वर्ष 2005 में प्रतिमाह पानी का जो बिल महज 40 रुपए आता था वह हर वर्ष 10 प्रतिशत बढ़ौतरी के चलते 138 रुपए तक पहुंच गया है। इसी के आधार पर सीवरेज का बिल भी वसूला जाता है। यानी प्रदेश की गरीब जनता को हर वर्ष महंगाई के साथ-साथ पूर्व सरकार के जनविरोधी निर्णय का भार उठाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 


एसोसिएशन ने कहा कि अब प्रदेश में चूंकि नई सरकार जयराम ठाकुर की अगुवाई में बनी है तो एक बार फिर से इस मामले को मुख्यमंत्री तथा आई.पी.एच. मंत्री के समक्ष उठाया जाए ताकि प्रदेश की जनता को 2005 की सरकार के तुगलकी फरमान से निजात मिल सके। बैठक में चम्बा की ऐतिहासिक धरोहर के वजूद को लेकर भी चिंता प्रकट की गई। बैठक में मौजूद सदस्यों व पदाधिकारियों ने कहा कि उपेक्षा की दीमक चम्बा की ऐतिहासिक धरोहरों को चट करने में लगी हुई है लेकिन न तो सरकार और न ही जिला प्रशासन इस पर अपनी गंभीरता दिखा रहा है। यही स्थिति बनी रही तो कुछ वर्षों के बाद यह धरोहरें जमीदोज हो जाएंगी, ऐसे में सरकार व प्रशासन से एसोसिएशन यह मांग करेगी कि वे अखंड चंडी महल व शाम सिंह अस्पताल के वजूद को बनाए रखने की दिशा में शीघ्र प्रभावी कदम उठाएं। 

Ekta