2 साल बाद भी बेरोजगारी की मार, खाने के भी पड़े लाले

Sunday, Feb 26, 2017 - 12:21 PM (IST)

मनाली: 2 साल से बंद पड़ी व्यावसायिक गतिविधियों को रैगुलेट करने की जद्दोजहद जारी है। पर्यटन गतिविधियों के बंद हो जाने से उझी घाटी के सैंकड़ों लोगों का रोजगार प्रभावित हो गया है। घाटी के लोग कई बार अपनी इस समस्या को मुख्यमंत्री के समक्ष रख चुके हैं लेकिन इसका स्थायी समाधान आज तक नहीं हो पाया है। प्रशासन ने एन.जी.टी. के आदेशानुसार स्थानीय लोगों का रोजगार तो बंद कर दिया है लेकिन व्यावसायिक गतिविधियों को रैगुलेट करने के आदेशों को 2 साल बाद भी पूरा नहीं किया गया है। 


2 साल पहले एन.जी.टी. ने गतिविधियों को रैगुलेट करने के दिए थे आदेश
पलचान के पूर्व बी.डी.सी. सदस्य भाग चंद ठाकुर ने कहा कि 2 साल पहले एन.जी.टी. ने रोहतांग सहित मनाली के पर्यटन स्थलों में व्यावसायिक गतिविधियों को रैगुलेट करने के आदेश दिए थे ताकि सैलानियों को मनाली में पर्यटन गतिविधियां उचित व सही ढंग से मुहैया करवाई जा सकें। घाटी के युवा रूप चंद, हीरा लाल और सुरेंद्र का कहना है कि इन दिनों वे साहसिक पर्यटन के माध्यम से रोजगार चलाते थे लेकिन इस बार पर्यटन गतिविधियां बंद होने से मंदी का सामना कर रहे हैं। पूर्ण का कहना है सर्दियों में सोलंगनाला ही सैलानियों का स्नो प्वाइंट रहता है। 


ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध करवाने का दिया था आश्वासन
घाटी के युवा माऊंटेन बाइक, स्नो स्लेज जैसी साहसिक गतिविधियां चला कर रोजी रोटी कमाते थे लेकिन एन.जी.टी. के आदेशों का पालन करते हुए उन्होंने ये गतिविधियां एक शर्त पर बंद कर दी। शर्त यह थी कि प्रशासन इन्हें नियमित कर व्यवस्थित ढंग से शुरू करवाएगा, लेकिन अब स्थिति यह है कि आज तक इन्हें शुरू नहीं किया जा सका है। उनका कहना है कि प्रशासन ने शीघ्र ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया था लेकिन 2 साल बाद भी वे बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।