जोनल अस्पताल में रह गए 17 डॉक्टर, सपरा सन्नाटा

Wednesday, Oct 24, 2018 - 11:44 AM (IST)

मंडी (कुलभूषण): लाल बहादुर शास्त्री मैडीकल कॉलेज चलने से जहां नेरचौक में स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधा मिल रही हैं, वहीं इसके साथ अटैच रहे जोनल अस्पताल में अब सन्नाटा पसरा है। जोनल अस्पताल में ओ.पी.डी. अब भी बराबर है लेकिन यहां पर चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जोनल अस्पताल में स्वीकृत 45 पदों में से मात्र 17 चिकित्सक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार 17 में से भी कुछ चिकित्सकों को मैडीकल कॉलेज में बुलाया जा रहा है, जिसके बाद अस्पताल में मात्र 13 चिकित्सक रह जाएंगे। कई मरीजों को नेरचौक मैडीकल कॉलेज की जानकारी न होने के कारण जोनल अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है लेकिन वहां पर चिकित्सक न मिलने के कारण उन्हें वहां से वापस लौटना पड़ रहा है। 

ओ.पी.डी. में नहीं आया बदलाव
जब तक जोनल अस्पताल मैडीकल कालेज नेरचौक के साथ अटैच रहा, तब तक अस्पताल में 105 चिकित्सक सेवाएं दे रहे थे, जिस कारण यहां पर मरीजों को बेहतरीन सुविधा मिल रही थी लेकिन जैसे ही मैडीकल कालेज में अस्पताल शुरू हुआ, वैसे ही मंडी अस्पताल में व्यवस्था चरमरा गई। जोनल अस्पताल में मैडीकल कॉलेज में अस्पताल शुरू होने से पहले 15 अक्तूबर को 1,174 ओ.पी.डी., 16 को 1,028, 18 को 983 व 22 अक्तूबर को 1,116 ओ.पी.डी. रही, वहीं सोमवार को खबर लिखे जाने तक 800 से अधिक ओ.पी.डी. हो चुकी थी। मैडीकल कालेज शुरू होने के बाद भी अस्पताल का बोझ कम नहीं हुआ है लेकिन चिकित्सकों की कमी के कारण यहां पर मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

Ekta