137 निजी संस्थानों ने छात्रों के फर्जी दस्तावेज बनाकर हड़पी Scholarship

Tuesday, Aug 14, 2018 - 10:26 AM (IST)

शिमला: प्रदेश के 137 निजी संस्थानों ने विद्यार्थियों के फर्जी दस्तावेज बनाकर छात्रवृत्ति की करोड़ों रुपए की राशि हड़पी है। इस दौरान इन संस्थानों ने सरकार को लगभग 100 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है। पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में यह घोटाला सामने आया है जबकि जनजातीय क्षेत्रों के छात्रों को भी पिछले 5 वर्षों से छात्रवृत्ति नहीं मिली है। इस योजना में भी करोड़ों रुपए के घोटाले का अनुमान सरकार ने लगाया है। हालांकि सरकार ने अभी पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत एस.सी., एस.टी. व ओ.बी.सी. के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति योजना की ही जांच करवाई है। पिछले डेढ़ महीने से सरकार इस योजना का ही रिकार्ड खंगाल रही थी, जिसकी रिपोर्ट अब सरकार को भेजी जा चुकी है। 

इस रिपोर्ट में सामने आया है कि उक्त संस्थानों ने छात्रों के फर्जी दस्तावेज बनाकर सरकार से यह राशि प्राप्त की है। इसके साथ ही इसको लेकर आईं शिकायतों के निपटारे को लेकर विभाग ने क्या कार्रवाई की, इसका ब्यौरा भी रिपोर्ट में है, जिसे शिक्षा सचिव को सौंपा गया है। बताया जा रहा है कि अब सरकार किसी बड़ी एजैंसी से यह जांच करवा सकती है ताकि इसमें सच्चाई सामने आ सके। इसके बाद इसमें दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी। हालांकि इस दौरान सरकार निदेशालय स्तर पर भी इसकी जांच करवा रही है। छात्रवृत्ति सैल के अधिकारियों व कर्मचारियों से इस दौरान पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही छात्रवृत्ति पोर्टल भी खंगाला जा रहा है। विशेषज्ञों द्वारा पोर्टल की जांच-पड़ताल की जा रही है। बताया जा रहा है कि सरकार ने निदेशालय को जल्द से जल्द इसकी जांच पूरी करने व इसकी रिपोर्ट देने को कहा है।   

Ekta