13 वर्षीय नेहा ने काेराेना से डटकर किया मुकाबला, जीत ली जिंदगी की जंग
Friday, May 28, 2021 - 06:08 PM (IST)
धर्मशाला (ब्यूराे): "जिस इन्सान के अंदर हौसला होता है, वह लाख मुसीबतों में घिरा होने के बावजूद सब हासिल कर सकता है। हर इन्सान के अन्दर हौसला होना बहुत जरूरी है। अपने हौसले को यह मत बताओ कि तुम्हारी परेशानी कितनी बड़ी है। इसके बजाय अपनी परेशानी को यह बताओ कि तुम्हारा हौसला कितना बड़ा है।" ये शब्द हैं ज्वाली तहसील के गांव जरोट की 13 वर्षीय उस बिटिया के जिसने गत दिनों कोरोना से गंभीर रूप से सक्रंमित होने के बावजूद अपनी बीमारी को मात देने में सफलता हासिल की। वह मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहती है कि वह उनके सहयोग से ही इस गंभीर बीमारी को हराने में सफल रही है। वह कहती है कि अगर हम अपनी हिम्मत बनाए रखें तो भगवान भी हमारी मदद के लिए हमारे साथ खड़ा हो जाता है।
नेहा के पिता गुलशन मन्हास ने बताया कि नेहा कुछ दिनों से बीमार थी। धीरे-धीरे उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। वह तेज बुखार में तप रही थी। उसका दम घुट रहा था। इस गंभीर स्थिति में उसे रात को नगरोटा सूरियां अस्पताल ले गए। जब वहां पर उसका कोरोना टैस्ट करवाया गया तो वह कोरोना पॉजिटिव पाई गई। वहां डॉक्टरों ने दवाइयों के साथ उसे होम आइसोलेशन की सलाह दी। प्रशासन और आशा वर्कर द्वारा प्रतिदिन बेटी का हालचाल पूछा जाता था।
नेहा के पिता बताते हैं कि मेरी बेटी ने गंभीर स्थिति में होने के बाद भी अपना हौसला नहीं छोड़ा। चिकित्सकों की सलाह और दवाइयों के साथ उनके द्वारा बताए गए तमाम उपायों का सही तरीके से पालन करने से वह धीरे-धीरे ठीक होती गई। उन्होंने बताया कि आज नेहा बिल्कुल ठीक है। गुलशन मन्हास कहते हैं कि कोरोना से लड़ते हुए हमनेे जो सीखा वही अन्य लोगों से सांझा करना चाहते हैं। अगर हम अपने अंदर सकारात्मक सोच पैदा करें, अपनी जिजीविषा बनाए रखें और स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार अपनी दिनचर्या ठीक रखें तो हम शीघ्र ठीक हो सकते हैं। इस तरह कोरोना वायरस से आसानी से जंग जीती जा सकती है।