संशोधित ग्रेड-पे पर 1100 आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों की झोली फिर खाली

Friday, Dec 14, 2018 - 03:39 PM (IST)

हमीरपुर (ब्यूरो): संशोधित ग्रेड-पे को लेकर आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट का गुस्सा भी अब फूटने लगा है। पिछले 6 वर्षों से इसकी आस लगाए बैठे फार्मासिस्टों की फाइल वित्त विभाग के आश्वासनों में झूल रही है, जिससे अब सरकार के प्रति भी कर्मचारियों में सरकार के प्रति रोष व नाराजगी झलकने लगी है। वर्तमान में प्रदेश में तकरीबन 1100 आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट कार्यरत हैं। वीरवार शाम को लंबे समय से चली आ रही संशोधित ग्रेड-पे की मांग को लेकर जिला आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट फैडरेशन हमीरपुर की बैठक निजी होटल में आयोजित की गई, जिसमें इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई। 

बैठक में पदाधिकारियों ने रोष जताया कि संशोधित ग्रेड-पे का मुद्दा कई बार मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री के ध्यान में लाया गया लेकिन आश्वासन ही मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2012 से पहले आयुर्वैदिक व एलोपैथिक फार्मासिस्टों का ग्रेड-पे एक समान था लेकिन 2012 में पंजाब राज्य की तर्ज पर हिमाचल में भी ग्रेड-पे संशोधित कर बढ़ाया गया, जिसके मुताबिक एलोपैथिक फार्मासिस्टों को बढ़ा हुआ ग्रेड-पे 4200 रुपए मिल रहा है लेकिन आयुर्वेदिक फार्मासिस्टों को अब भी 3200 रुपए ग्रेड-पे से ही काम चलाना पड़ रहा है। संघ पदाधिकारियों ने सरकार के इस दोहरे मापदंड पर नाराजगी व्यक्त की तथा निर्णय लिया कि अगर जल्द संशोधित ग्रेड-पे को लेकर उनके हक में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो आने वाले दिनों में अगली रूपरेखा तैयार की जाएगी।

Ekta