तेल भरवाने 100-120 किलोमीटर दौड़ रहीं 108 व 102 एम्बुलैंस

Thursday, Aug 23, 2018 - 06:29 PM (IST)

धर्मशाला: जिला कांगड़ा में 108 व 102 आपातकालीन एंबुलैंस को गाड़ी में तेल भरवाने के लिए 100 से 102 किलोमिटर का सफर तय कर देहरा जाना पड़ रहा है। हालांकि जिला कांगड़ा के धर्मशाला, कांगड़ा, गग्गल, धर्मशाला, शाहपुर के पुहाड़ा, द्रमण व अन्य कई स्टेशनों पर पेट्रोल पंप खुले हुए हैं, जिन्हें छोड़कर 108 व 102 एम्बुलैंस कर्मचारियों को तेल भरवाने के लिए देहरा तक का सफर तय करने को मजबूर होना पड़ रहा है।

यूनियन महासचिव ने डी.सी. कांगड़ा से लगाई न्यान की गुहार
वीरवार को डी.सी. कांगड़ा से न्याय की गुहार लगाते हुए 108 के प्रदेश यूनियन महासचिव विजय कुमार ने बताया कि जिला कांगड़ा में 108 की 25 एम्बुलैंस व 102 जननी एक्सप्रैस के नाम पर 23 गाडिय़ां चलती हैं। 108 व 102 एम्बुलैंस डीजल भरवाने के लिए पिछले 6 माह से शहीद विजेंद्र सिंह फिलिंग स्टेशन देहरा में जाती हैं। जब ये गाड़ियां तेल भरवाने के लिए देहरा जाती हैं तो जी.वी.के. (ई.एम.आर.आई) कंपनी इन गाड़ियों को ऑफ रोड करवा देती है।

तेल भरवाने देहरा ही क्यों जाती हैं गाड़ियां?
उन्होंने बताया कि प्रोटोकॉल के अनुसार कोई भी 108 एम्बुलैंस 25 से 35 मिनट के भीतर मरीज तक पहुंचनी चाहिए परंतु जो गाड़ी बैजनाथ, धीरा, चडियार, इंदौरा, नूरपुर, पालमपुर, कांगड़ा, धर्मशाला, टांडा, शाहुपर व दरिणी आदि अस्पतालों से 100 से 120 किलोमीटर दूर डीजल भरवाने देहरा जाती हैं वे गाड़ियां 25 से 35 मीनट के अंदर आपातकालीन स्थिति में मरीजों तक कैसे पहुंच सकती हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि कांगड़ा जिला के हर अस्पताल के नजदीक पैटोल पंप हैं तो उन पंपो को छोड़कर कंपनी की गाड़ियां केवल देहरा ही क्यों जाती हैं?

आपातकालीन घटना में कौन होगा जिम्मेदार?
उन्होंने कहा कि कंपनी के इस फैसले के कारण अगर समय पर आपातकालीन स्थिति में मरीजों को 108 एम्बुलैंस की सुविधा नहीं मिल पाती है या ऐसी स्थिति में जिला कांगड़ा में कोई बड़ी आपातकालीन घटना घट जाती है तो उसकी जिम्मेदारी कंपनी तथा सरकार के बीच में से किसकी होगी? प्रदेश महासचिव ने कहा कि 108 व 102 एम्बुलैंस के समस्त कर्मचारी प्रदेश सरकार व स्वास्थ्य मंत्री से मांग करते हैं कि वे कंपनी को हर पेट्रोल पंप पर गाडिय़ों में तेल भरवाने की आदेश दें।

Vijay