नारकंडा में 108 एंबुलैंस सेवा एक माह से ठप्प

Sunday, Sep 16, 2018 - 05:06 PM (IST)

 

कुमारसैन : ग्रामीण क्षेत्रो और पर्यटक स्थलों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के सरकारी दावे जिला शिमला की पर्यटन नगरी नारकंडा में हवा हवाई होते दिख रहे हैं जहां 108 एंबुलैंस सेवा पिछले करीब एक माह से खराब पड़ी हुई है। लेकिन इस बारे में सरकार और विभाग द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है। जिसका खामियाजा स्थानीय जनता और पर्यटक स्थल नारकंडा में दूर-दूर से आने वाले पर्यटकों को उठाना पड़ रहा है। प्राथमिक स्वास्थय केंद्र नारकंडा मे तैनात 108 एंबुलैंस पिछले एक माह से खड़ी है। एंबुलैंस मे टायर ठीक न होने के कारण ड्राइवर ने इसे सडक़ किनारे पार्क कर रखा है। एंबुलैंस सेवा ना मिल पाने के कारण क्षेत्र की जनता को परेशानी हो रही है कुमारसैन व ठियोग से एंबुलैस आने में करीब एक घंटे से जयादा का समय लग जाता है। जिस कारण से लोगो को मजबूरन रोगियों को ले जाने के लिए टैक्सी करनी पड़ती है।

नगर पंचायत नारकंडा की अध्यक्ष कमलेश कैंथला व उपाध्यक्ष राजकंवल ने बताया कि एक माह से एंबुलैंस सेवा खराब होने से लोगों को आए दिन परेशानी उठानी पड़ रही है। इतना ही नहीं प्राथमिक स्वास्थय केंद्र नारकंडा मे कार्यरत एकमात्र डाक्टर भी अवकाश पर है जिस कारण से लोगों को असुविधा हो रही है। ग्राम पंचायत सिंहल नारकंडा के प्रधान हरीश भ्रोटा व ग्राम पंचायत जदूण नारकंडा के प्रधान जोगेंद्र श्याम तथा स्थानीय जनता ने प्रदेश सरकार व विभाग से गुहार लगाइ है कि नारकंडा अस्पताल में खडी एंबुलैंस को जल्द ठीक कराया जाए तथा अस्पताल मे रिक्त पड़े पदों को जल्द भरा जाए। 

kirti