108 एम्बुलैंस की सांसें फूली, कॉल सैंटर ठप्प

Tuesday, Sep 04, 2018 - 11:45 AM (IST)

शिमला (जस्टा): हिमाचल में 108 एम्बुलैंस सेवा एक बार फिर पूरी तरह से हांफ गई है। पूरे प्रदेश में सोमवार को एम्बुलैंस नहीं चल पाई, जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रविवार रात से 108 कॉल सैंटर ठप्प रहा। एम्बुलैंस न चलने पर मरीजों को अस्पताल पहुंंचाना मुश्किल हो गया। कॉल सैंटर में लोग फोन करते रहे लेकिन नंबर ही नहीं लग पाया, वहीं लोगों को मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए निजी गाड़ियों का प्रयोग कर भारी पैसे भी खर्च करने पड़े। एम्बुलैंस न चलने का मुख्य कारण सोलन में बी.एस.एन.एल. की एक्सचेंज जलना रहा है। बताया जा रहा है कि 108 एम्बुलैंस नंबर सोलन से ही चलता है, वहीं जी.वी.के. ई.एम.आर.आई. कंपनी का ऑफिस भी सोलन में ही है, ऐसे में जब कोई मरीज या तीमारदार 108 पर फोन करता है तो इस नंबर पर कॉल सैंटर सोलन में फोन उठाया जाता है।

उसके बाद अलग-अलग जिला में फोन ट्रांसफर किया जाता है। जिला का कोई अलग से नंबर नहीं दिया गया है। जब 108 पर कॉल की जाती है तो कॉल सैंटर में बैठा कर्मचारी पहले यह पूछता है कि आप किस जिला से बात कर रहे हैं और उसके तुरंत बाद कर्मचारी उस जिला के लिए सोलन से कॉल ट्रांसफर करता है। बताया जा रहा है कि जैसे ही एक्सचेंज में आग लगी तो एकदम से 108 नंबर बंद हो गया, ऐसे में कंपनी के अधिकारी के पास कोई अन्य विकल्प भी नहीं था, जिसके माध्यम से मरीजों को अस्पताल लाने के लिए कोई कदम उठाए जाते। प्रदेश में जिस-जिस जगह पर एम्बुलैंस गई थीं, उसी जगह पर खड़ी रह गईं। सोमवार को दिनभर सेवा ठप्प रही। 

कंपनी का टैंडर हो रद्द
कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष पूर्ण चंद ने कहा कि कॉल सैंटर बंद होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। कंपनी के पास कभी डीजल नहीं होता तो कई बार 108 नंबर ही बंद कर दिया जाता है। पूर्ण का कहना है कि कंपनी से कर्मचारियों की मांगें भी पूरी नहीं होती हैं, जिसके चलते कई बार प्रदेश में एम्बुलैंस सेवा चरमरा चुकी है। प्रदेश के मरीजों के साथ कंपनी द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है। पूर्ण ने कहा कि कंपनी का टैंडर ही बंद किया जाए। 

Ekta