10 साल बाद विधवा शीतला का IPH अधिकारियों ने समझा दर्द, 15 हजार रुपए की दी राशि

Monday, May 07, 2018 - 01:09 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): मंडी जिला के बल्ह के तहत आने वाली ग्राम पंचायत कठयाहूं में एक हैरतअंगेज कारनामा सामने आया है। गांव त्यांबला के दिव्यांग परिवार को लंबे संघर्ष के बाद बीपीएल में शामिल किया गया। इस बात को लेकर पूर्व पंचायत की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। जहां एक ओर शीतला देवी जिसका पति शारीरिक तौर से दिव्यांग था और 10 साल पहले ही उसकी मौत हो गई थी। उस समय यह परिवार बीपीएल में शामिल था। लेकिन उसकी मौत के बाद इस गरीब परिवार को बीपीएल से बाहर कर दिया। उसकी मौत के 10 साल बाद विधवा शीतला अपने दो दिव्यांग बच्चों संग जी रही है।


गरीब होने के चलते उनको एक दशक बाद बीपीएल में शामिल किया गया। आखिक कोरम में पंचायत प्रतिनिधियों का दिल शीतला की गरीबी को देखकर पसीज ही गया और उसका नाम बीपीएल में शामिल किया गया। इस परिवार को प्रशासन से वर्तमान में कोई मदद नहीं मिली है। एक कमरे में जिदंगी जीने को विवश है। शीतला स्कूल में काम करके बच्चों का पेट पाल रही है। इतना ही नहीं उसने आर्थिक तंगी के चलते स्कूल से बच्चों को भी हटा दिया है। शीतला देवी का दर्द भांपते हुए आईपीएच उपमंडल पद्धर व उपंमडल कटौला के अधिकारियों व कर्मचारियों का दिल उसीज उठा और उन्होंने 15 हजार रुपए की राशि उसे आर्थिक मदद के रूप में प्रदान की। वहीं प्रशासन से अपील है कि इस परिवार की मदद की जाए।
 

Ekta