टैस्ट करवाने के नाम पर सरेआम लूटे जा रहे मासूम लोग

Thursday, Apr 21, 2016 - 10:39 AM (IST)

धनेटा: क्षेत्र मे आजकल रोगी तथा उनके तीमारदार विभिन्न निजी प्रयोगशालाओं में बीमारियों के टैस्ट करवाने के नाम पर सरेआम लूटे जा रहे हैं। हैरानी की बात है कि इन प्रयोगशालाओं में विभिन्न बीमारियों के टैस्ट करवाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कोई भी मूल्य सूची तय नहीं की है, जिससे रोगियों तथा उनके परिवारों को टैस्ट करवाने के नाम पर काफी मात्रा में राशि चुकानी पड़ रही है। आजकल प्राय: पीलिया जैसी संक्रामक बीमारी के रोगी इन प्रयोगशालाओं में टैस्ट करवाने के लिए काफी संख्या में पहुंच रहे हैं, जिन्हें मजबूरी में भारी-भरकम मूल्य चुकाना पड़ रहा है जोकि गरीब रोगियों के वश से बाहर है।


ऐसे ही भुक्तभोगी सुधंगल गांव के सुदर्शन कुमार ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि वह एक निजी प्रयोगशाला में पीलिया का टैस्ट करवाने गया तो लैबोरेटरी के संचालक ने टैस्ट करने के बाद परिणाम पत्रिका थमाते हुए 450 रुपए की मांग की। जब उसने अधिक राशि वसूलने का वास्ता देते ठीक राशि वसूलने के लिए लैबोरेटरी संचालक से कहा तो वह लड़ाई-झगड़े पर उतर आया परंतु विवशता में उसे पूरा मूल्य चुका कर ही परिणाम दिया गया। यही हाल अन्य बीमारियों टायफायड, थायराइड व शूगर आदि का भी है, जिसके लिए रोगी इन लैबोरेटरी संचालकों के हाथों वसूले जा रहे भारी दामों के चलते लूटे जा रहे हैं।


उन्होंने बताया कि एक ओर तो स्वास्थ्य विभाग हर व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने के बड़े-बड़े दावे कर रहा है, वहीं इन लैबोरेटरियों पर टैस्टों के लिए मूल्य सूची न जारी करना विभाग की पोल खोल रहा है, जिससे लैबोरेटरी संचालक रोगियों की मजबूरी के कारण चांदी कूट रहे हैं।