यहां एक स्कूल में 2 प्रिंसीपल, मचा बवाल

Monday, Oct 17, 2016 - 01:16 AM (IST)

सुजानपुर: जहां गुरुओं का सम्मान करना सिखाया जाता है, उन्हीं गुरुओं की सरपरस्ती में अब स्कूल के 2 मुखिया आपस में लड़ाई-झगड़ा करें तो फिर भला बच्चे क्या सीखेंगे। ऐसा ही हो रहा है जिला के पुराने स्कूलों में शुमार राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल जंगलबैरी में, जहां पर इन दिनों 2 प्रधानाचार्य तैनात हैं।


बता दें कि अगस्त माह में यहां पर पहले एक ही महिला प्रधानाचार्य थीं मगर उसी माह यहां पर स्थानांतरित होकर एक अन्य प्रधानाचार्य आ गया, जिन्होंने यहां पर पदभार भी संभाल लिया, मगर पहले से तैनात प्रधानाचार्य ने स्टे ले लिया, जिससे स्थिति पेचीदा हो गई। पिछले दिनों दोनों प्रधानाचार्यों में प्रधानाचार्य के कमरे में बैठने के लिए धक्का-मुक्की भी हो गई।


जानकारी के अनुसार दोनों की रोज-रोज की कचकच से तंग आकर अब स्थानीय लोग यहां से उनके तबादले की मांग कर रहे हैं। इसके लिए स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को स्कूल में धरना-प्रदर्शन भी किया ताकि स्कूल में शैक्षणिक माहौल बने। स्कूल में 2-2 प्रधानाचार्य होने से अगस्त माह से ही स्कूल में शिक्षा का माहौल बिगड़ा हुआ है। अन्य शिक्षक भी पढ़ाई में सही ढंग से रुचि नहीं ले पा रहे हैं तो बच्चे भी ऐसे बिगड़े माहौल में पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं। शिक्षकों में इस बात को लेकर असमंजस बना हुआ है कि अपने काम किस प्रधानाचार्य से करवाएं।


शुक्रवार को भी स्कूल में माहौल खराब होने पर पता चलते ही शिक्षा उपनिदेशक सैकेंडरी हमीरपुर सुजानपुर व भलेठ के प्रधानाचार्यों को लेकर स्कूल पहुंचे और दोनों प्रधानाचार्यों व शिक्षकों के पक्ष सुने। उन्होंने यहां पदभार संभालने वाले नए प्रधानाचार्य को स्कूल का कार्यभार सौंपा तथा उच्चाधिकारियों के नए आदेश आने तक ऐसे ही व्यवस्था बनाए रखने की सलाह दी। इसके बाद शिक्षकों को भी बच्चों की पढ़ाई की ओर ध्यान देने की नसीहत दी। यहां पहले से ही तैनात प्रधानाचार्य का कहना है कि यहां कार्यभार संभालने वाले प्रधानाचार्य ने उन्हें धक्का दिया और उनका पर्स भी नीचे गिर गया, जिसकी शिकायत उन्होंने सुजानपुर में कर दी है।


स्कूल में ट्रांसफर होकर आए नए प्रधानाचार्य का कहना है कि जब उन्होंने यहां पर कार्यभार संभाला था तो उनके साथ पहले वाली प्रधानाचार्य ने बदतमीजी और धक्का-मुक्की की। कुल मिलाकर जंगलबैरी स्कूल में पिछले 3 माह से शैक्षणिक माहौल पूरी तरह से चरमरा गया है और वाॢषक परीक्षाओं को मात्र 4 माह शेष हैं, जबकि स्कूल के मुखिया अपनी तैनाती के लिए आए दिन झगड़ रहे हैं।