यहां डॉक्टरों ने मरीज की बिना बताए निकाल दी किडनी, ऐसे खुली पोल

Monday, Sep 26, 2016 - 01:12 PM (IST)

हमीरपुर: हिमाचल के दूसरे सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज में एक मरीज की डॉक्टरों द्वारा बिना बताए किडनी निकालने का मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक ऑपरेशन के बावजूद बीमारी ठीक न होने पर पीड़ित ने जब करीब डेढ़ साल बाद एक प्राइवेट अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराया तो उसे एक किडनी न होने का पता चला। 


बताया जा रहा है कि पी.जी.आई. के डॉक्टरों ने उन्हें किडनी से जुड़ी कोई बीमारी न होने की बात कही है। मरीज का आरोप है कि टांडा में ऑपरेशन के दौरान किडनी निकालने के बारे में मरीज से पूछा नहीं गया था। वहीं पीड़ित की लिखित शिकायत पर टांडा मेडिकल कॉलेज ने अब पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। कॉलेज प्रशासन ने पीड़ित से उसका पूरा मेडिकल रिकॉर्ड मंगवा लिया है। बता दें कि हमीरपुर के जाहू निवासी जयपाल कुमार ने बताया कि वह 16 दिसंबर, 2014 को रेशे की बीमारी के उपचार को टांडा मेडिकल कॉलेज में दाखिल हुआ। 29 दिसंबर 2014 को डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम ने उसका ऑपरेशन किया।


डॉक्टरों ने यह कह कर उसे छुट्टी दे दी कि वह अब पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। जयपाल का कहना है कि ऑपरेशन के बावजूद बीमारी ठीक न होने पर जब उसने 11 अप्रैल 2016 को एक निजी अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करवाया तो पता चला कि उसकी दायीं किडनी ही निकाल दी गई है। इसके बाद पीड़ित ने टांडा मेडिकल कॉलेज, स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री को लिखित शिकायत भेजकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है। उधर, जयपाल का ऑपरेशन करने वाली टीम में शामिल एक डॉक्टर ने बताया कि मरीज की किडनी में ट्यूमर था और उसे कैंसर का खतरा हो सकता था। इसी कारण उनकी किडनी निकालनी पड़ी। शिकायतकर्ता से हर मेडिकल रिपोर्ट मंगवाई हैं। जांच के बाद आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।