यहां पालकी पर उठाकर इलाज के लिए ले जाने पड़ते हैं मरीज

Thursday, May 19, 2016 - 12:50 PM (IST)

चंबा: चंबा जिले के भरमौर विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली गैर-जनजातीय पंचायत कुनेड़ में अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाता है तो उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के लिए पालकी पर उठाकर ले जाना पड़ता है, ऐसे में सरकार द्वारा गांवों को सड़कों से जोड़ने के दावे धरे के धरे रह जाते हैं।


किलोड़ वार्ड के जिला परिषद सदस्य ललित ठाकुर ने बताया कि ऐसा प्रमाण मंगलवार को उस समय देखने को मिला जब इस पंचायत के सुखदेव निवासी गांव ढलोथा पंचायत कुनेड़ के बीमार होने पर उपचार के लिए क्षेत्रीय चिकित्सालय पहुंचाने के लिए ग्रामीणों को उसे पालकी पर उठाकर लाना पड़ा। ललित ठाकुर ने कहा कि बेहद खेद की बात है कि आजादी के 68 वर्ष के बाद भी यह पंचायत सड़क सुविधा को तरस रही है।


उन्होंने जब भी विधानसभा के चुनाव आते हैं तो क्षेत्र के नेता ऐसी पंचायतों को शीघ्र सड़क सुविधा के साथ जोडऩे के दावे करते हैं लेकिन वस्तु स्थिति आज भी यह है कि भरमौर विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली कई गैर-जनजातीय पंचायतें अभी तक सड़क से नहीं जुड़ पाई हैं। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि लोगों को अपने क्षेत्रों को सड़क सुविधा के साथ जोड़ने के लिए आंदोलन की राह पकड़ने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि सड़क सुविधाओं को तरस रही पंचायतों को सड़कों से जोड़ने के लिए वह संबंधित विभाग को कड़े निर्देश जारी करें।