हर साल कई जिंदगियों को लील लेती है ये नदी, जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर

Monday, Mar 07, 2016 - 05:25 PM (IST)

चंबा: रावी नदी हर साल कई लोगों की जान को लील लेती है जिसमें से अधिकतर घटनाएं उस समय घटती हैं जब चमेरा-2 के बांध से पानी को छोड़ा जाता है। हर वर्ष कई परिवारों को कभी न भरे जाने वाले जख्म यह नदी दे जाती है लेकिन कब तक यह सिलसिला जारी रहेगा।


इसमें कोई दोराय नहीं कि देश के मैदानी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए कल-कल करती नदी को बहता हुआ देखना आकर्षण का केंद्र रहता है तो साथ ही तेज गर्मी के मौसम में रावी के ठंडे पानी से राहत पाना भी सैलानियों के लिए एक रोमांच बन रहा है। यही कारण है कि न चाहते हुए भी लोग अपनी जान को हथेली में लेकर रावी नदी के पास चले जाते हैं। इसमें सबसे अधिक खतरा उस समय रहता है जब इस नदी पर बने चमेरा-2 व चमेरा-3 द्वारा अचानक ही पानी को अपने बांध से छोड़ा जाता है तो नदी के बीच अटखेलियां करने वाले लोगों की जान पर बन आती है। हालांकि चमेरा-2 व 3 ने विभिन्न स्थानों पर इससे संबन्धित चेतावनी बोर्डों के साथ हुटरों की व्यवस्था करके लोगों को खतरे के बारे में सचेत करने की व्यवस्था तो कर रखी है लेकिन हादसे हैं कि हर वर्ष होते रहते हैं।


कुछ वर्ष पूर्व 2 लोग इसी तरह से मौत के मुंह में चले गए थे तो दिल्ली के एक कालेज के बच्चे भी रावी के मोहपास में फंस कर अपनी जान गवां बैठे हैं। प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस प्रकार की घटनाएं घट चुकी हैं, ऐसे में अब समय आ चुकी है कि इस मामले पर सरकार अपनी गंभीरता दिखाए ताकि यहां आने वाले सैलानियों को ऐसी क्षति का सामना करने के लिए मजबूर न होना पड़े।