प्राइवेट क्लीनिक चलाने वाले सरकारी डॉक्टर मस्त, स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर भी कार्रवाई नहीं

Saturday, Oct 22, 2016 - 12:29 PM (IST)

चंबा: प्रदेश स्वास्थ्य मंत्री के आदेशों के बावजूद अभी तक जिला पुलिस व स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे किसी भी चिकित्सक के खिलाफ कोई भी जांच प्रक्रिया शुरू नहीं की है जो कि सरकारी नौकरी में होते हुए प्राइवेट क्लीनिक चला रहा है या फिर उसमें काम कर रहा है।


हैरानी की बात है कि स्वास्थ्य मंत्री ठाकुर कौल सिंह ने अपने पिछले माह जिला चंबा के दौरे में सार्वजनिक रूप से यह बात कही थी कि जिला चंबा के कुछ सरकारी चिकित्सकों द्वारा निजी क्लीनिकों में कार्य करने की शिकायत सामने आई है। जिस पर जिला पुलिस व सी.एम.ओ. को इस दिशा में प्रभावी कदम उठाते हुए जांच करने के निर्देश देने की बात कही थी। चिंताजनक बात यह है कि स्वास्थ्य मंत्री इस बारे में चंबा में तो घोषणा कर गए लेकिन अभी तक उनके मंत्रालय से स्वास्थ्य निदेशक को इस बारे में कोई जानकारी तक नहीं दी गई है। ऐसे में लोग मंत्री की कथनी व करनी में भेद होने की बात कहने के लिए मजबूर हो रहे हैं।


लोगों का कहना है कि जिस मंत्री के आसरे पूरे प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग चल रहा हो अगर वह अपनी करनी व कथनी में अंतर करने लगे तो उसकी कार्यशैली का सवालों में घेरे में घिरना लाजिमी है। लोगों का कहना है कि शायद यही वजह है कि प्रदेश में चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं पटरी पर नहीं लौट रही हैं। लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री ने जिला चंबा में जो बात सार्वजनिक रूप से कही थी, उस पर अमलीजामा पहनाने के लिए वह कड़े निर्देश जारी करे ताकि ऐसे चिकित्सकों को सबक मिल सके जोकि सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सेवा देने के नाम पर निजी क्लीनिकों में सेवारत हैं।