यहां चरस के इस काले धंधे को पुलिस ने जड़ से उखाड़ा

Monday, May 02, 2016 - 12:27 PM (IST)

चम्बा: हिमाचल प्रदेश के चम्बा जिले में चरस के मामले में जिला चम्बा का प्रदेश में दूसरा स्थान है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कुल्लू को अब जिला चम्बा की चरस टक्कर देने लगी है। इस बात का प्रमाण यह है कि अब हर वर्ष यहां चरस सहित धरे जाने वाले लोगों का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।

हालांकि जिला पुलिस व सरकार के लिए अब तक यह बात राहत पहुंचा रही है कि जिला चम्बा में चरस की खेती करने का कोई मामला सामने नहीं आया है। जिला चम्बा के कई ऐसे क्षेत्र हैं जोकि कुदरती तौर पर भांग के पैदा होने के लिए ही जाने जाते हैं। इसी सूची में सिल्लाघ्राट का नाम भी प्रमुख रूप से शामिल है।

यह वही क्षेत्र है जहां पर कुछ वर्ष पूर्व पुलिस ने एक क्विंटल चरस बरामद करके बड़े स्तर पर जिला चम्बा में चल रहे चरस के रैकेट का पर्दाफास किया था। ऐसे में अब पुलिस ने चरस के इस काले धंधे को जड़ से उखाड़ने के लिए भांग के पौधों को उखाड़ने की मुहिम शुरू कर दी है। अबकी बार यह मुहिम महज सुर्खियों तक सीमित होती हुई नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि पुलिस ने इस अभियान को उस क्षेत्र से आरंभ किया है जो क्षेत्र सही मायने में चरस पैदा करने के रूप में जाने जाते हैं।

इसी के चलते शनिवार को सब इंस्पैक्टर सकीनी कपूर की अगुवाई में पुलिस टीम ने सिल्लाघ्राट जाकर वहां उगे भांग के पौधों को उखाडऩे का अभियान छेड़ा। पुलिस टीम ने अपने ही स्तर पर पहले ही दिन भारी मात्रा में लहलहा रहे नशे के इन पौधों को जड़ों से उखाड़ा।