मणिमहेश यात्रा ट्रस्ट को लेकर फैलाई जा रही गलतफहमी

Thursday, Aug 04, 2016 - 10:52 AM (IST)

भरमौर: मणिमहेश यात्रा ट्रस्ट के हिस्सेदारों एवं पुजारियों की एक बैठक भरमौर के संयुक्त कार्यालय भवन में हुई, जिसकी अध्यक्षता ए.डी.एम. भरमौर विनय धीमान ने की। बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि बैठक का मुख्य उद्देश्य लोगों द्वारा ट्रस्ट को लेकर फैलाई जा रही भ्रांतियों को दूर करना है, जिसमें कुछ लोग गलत जानकारियां दे रहे हैं।


उन्होंने कहा कि भ्रम न फैलाएं बल्कि यात्रा के सफल आयोजन के लिए व्यवस्थाएं बनाएं, अधिक से अधिक यात्री यहां आएं, यात्रा का संपूर्ण विकास हो, वहीं यात्रा पर आने वाले प्रत्येक यात्री को अच्छी सुविधाएं मिलें, जिसके लिए ट्रस्ट का गठन ही एकमात्र उपाय है। उन्होंने बताया कि मणिमहेश यात्रा ट्रस्ट जिसकी नोटिफिकेशन 26 जून, 2015 को हो चुकी है तथा इसके अधीन 8 मंदिरों को लिया गया है, जिसमें प्रत्येक मंदिर के भागीदार पुजारियों के हितों को सुरक्षित रखा जा रहा है, उसके लिए पुजारियों का सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिस मंदिर का चढ़ावा होगा, वह उसी मंदिर के विकास में खर्च किया जाएगा।


ट्रस्ट के दानपात्र गर्भगृह में नहीं लगाए जाएंगे, मंदिरों की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए ट्रस्ट स्थायी रूप से काम करेगा तथा पूरी पारदर्शिता से कार्य होगा। मगर इसके लिए पुजारियों की सहभागिता से ही आगे बढ़ा जा सकता है क्योंकि हर मंदिर के पुजारियों के हितों को ध्यान में रखना जरूरी है। जैसे कि हड़सर गांव के पुजारी इसीलिए जनजातीय दर्जे से महरूम हैं क्योंकि वे शिवजी के पुजारी हैं। किसी प्रकार का भ्रम न फैलाया जाए तथा देवताओं के नाम पर लूट किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हालांकि सभी पुजारियों ने अपनी-अपनी शंकाएं जाहिर कीं, जिन पर संतोषजनक आश्वासनों के बाद सहमति हो गई। अगर यात्रा के चढ़ावे पर भी ट्रस्ट का अधिकार हो गया तो ये बेरोजगार बच्चे क्या कमाएंगे। हालांकि एस.डी.एम. डा.जितेंद्र कंवर ने उन्हें समझाने का प्रयास किया मगर महिलाएं बैठक से उठ कर बाहर चली गईं।