हिमाचल में हवा होते नजर आ रहे डिजिटल इंडिया के सपने

Thursday, Oct 08, 2015 - 09:55 AM (IST)

चंबा: देश के प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया की क्रांति देश में लाना चाहते हैं और हाल ही में उन्होंने अपने अमरीका के दौरे में फेसबुक व गुगल के कार्यालय में जाकर आधुनिक सूचना तंत्र के महत्व का बखान कर, उसकी आवश्यकता बारे भी बता चुके हैं। वहीं अगर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में इस आधुनिक सूचना व शिक्षा तंत्र के लिए मौजूद व्यवस्था पर नजर दौड़ाई जाए तो महज 2 प्रतिशत स्कूल ही ऐसे हैं जोकि अभी तक कम्प्यूटर उपकरण को प्राप्त करने में कामयाब हुए हैं। 


दूसरी तरफ निजी स्कूलों की बात करें तो शायद ही प्रदेश में कोई ऐसा निजी स्कूल हो जो कम्प्यूटर को तरस रहा हो। शिक्षा विभाग के अनुसार वर्तमान में प्रदेश में 10,712 प्राथमिक स्कूल हैं जिनमें से अब तक सिर्फ 119 स्कूलों में ही कम्प्यूटर उपलब्ध हैं। आंकड़े इस बात की गवाही देते हुए प्रतीत होते हैं कि भले ही केंद्र सरकार डिजिटल इंडिया की बात करके लोगों में एक नए सपने पैदा करने का काम करे लेकिन जब तक प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर उपलब्ध नहीं होगा, गरीब वर्ग से संबंधित व सरकारी स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों को इससे कैसे जोड़ा जा सकता है। प्राथमिक स्कूल जिसमें पहली से लेकर 5वीं कक्षा तक के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं और शिक्षा के इस क्रम से तब तक जुड़ नहीं पाएंगे जब तक प्रदेश के 10,712 स्कूलों को कम्प्यूटर की सुविधा से लैस नहीं किया जाएगा।